नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार (5 मार्च) को कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स वीक (सेरावीक) के वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण लीडरशीप पुरस्कार से नवाजा जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस सम्मान समारोह में प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिरकत करेंगे। पीएम मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित भी करेंगे।
जानिए सेरावीक के बारे में
गौरतलब है कि डॉक्टर डेनिएल येरगिन ने 1983 में सेरावीक की स्थापना की थी। इसकी स्थापना के बाद से प्रत्येक साल मार्च महीने में हृयूस्टन में सेरावीक का आयोजन होता है। इसकी गिनती विश्व के अग्रणी ऊर्जा मंचों में होती है। इस साल यह आयोजन डिजिटल तरीके से एक से पांच मार्च तक हो रहा है। सेरावीक वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण लीडरशीप पुरस्कार की शुरुआत 2016 में हुई थी। वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में प्रतिबद्ध नेतृत्व के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
मोदी शुक्रवार को अपने स्वीडीश समकक्ष के साथ करेंगे शिखर वार्ता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपने स्वीडीश समकक्ष स्टीफन लोफवेन के साथ डिजीटल माध्यम से शिखर वार्ता करेंगे और इस दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक दोनों नेता कोविड-19 के बाद आपसी सहयोग को मजबूत करने से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। दोनों नेताओं के बीच साल 2015 के बाद यह पांचवां संवाद होगा।
बयान में कहा गया, ‘‘भारत और स्वीडन के बीच लोकतंत्र, आजादी, अनेकता और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय सीमा के साझा मूल्यों पर आधारित गहरे और दोस्ताना संबंध हैं। व्यापार और निवेश, नवोन्मेष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ ही शोध और विकास के क्षेत्र में दोनों देशों में करीबी सहयोग है।’’ लगभग 250 स्वीडीश कपंनियां स्वास्थ्य व जीवन विज्ञान, ऑटो उद्योग, स्वच्छ तकनीक, रक्षा, भारी मशीन और उपकरण के क्षेत्रों में सक्रियता से काम कर रही हैं।
स्वीडन में भी लगभग 75 भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं। बयान में कहा गया कि शिखर वार्ता के दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों को आदान-प्रदान करेंगे। साथ ही कोविड-19 के बाद आपसी सहयोग को मजबूत करने से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 2018 में स्टॉकहोम का दौरा किया था। स्वीडन के प्रधानमंत्री लोफवेन ने 2016 में का दौरा किया था।