नई दिल्ली: पीएम मोदी रूस के लिए रवाना हो गए है। चार साल के कार्यकाल में पीएम मोदी का ये चौथा दौरा है। सोची शहर में होने वाली दोनों नेताओं की इस मुलाकात को इनफॉर्मल मीटिंग का नाम दिया है यानि मीटिंग का पहले से कोई एजेंडा तय नहीं है लेकिन माना जा रहा है इस मुलाकात में मोदी और पुतिन आतंकवाद, एटमी रिएक्टर, सीरिया और ईरान समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
पीएम मोदी के रूस दौरे और ब्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी मुलाकात को भले ही इनफॉर्मल मीटिंग कहा जा रहा हो लेकिन जब दुनिया के दो बड़े देशों के शक्तिशाली नेता मिलते हैं तो इसमें अनौपचारिक कुछ नहीं होता। खासकर भारत और रूस के आपसी सम्बंधों के इतिहास को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि मोदी और पुतिन के बीच इस मुलाकात में कई अहम मुद्दों पर बात होगी। इनफॉर्मल मीटिंग होने की वजह से पहले से कोई एजेंडा सेट तो नहीं किया गया है।
इन मुद्दों पर होगी बात
- अमेरिका के ईरान की एटमी संधि रद्द होने के बाद यह मसला काफी अहम हो गया है..इस फैसले के बाद भारत और रूस के कई मुद्दे ईरान में दांव पर लगे हैं। दोनों नेता इसपर बात कर सकते हैं।
- दोनों देश एटमी क्षेत्र में कैसे सहयोग कर सकते हैं इसपर बात होगी।
- भारत और रूस मिलकर किसी तीसरे देश में एटमी रिएक्टर पर कैसे काम कर सकते है।
- अफगानिस्तान और सीरिया भी बातचीत के केंद्र में रहेंगे क्योंकि पूरी दुनिया में आतंकवादी गतिविधियों के लिए सीरिया को जिम्मेदार माना जाता रहा है।
- आईएसआईएस के खतरों पर बात होगी। भारत और रूस दोनों आतंकवाद के शिकार रहे हैं। इसे देखते हुए आईएस को कैसे रोका जा सकता है, इसपर चर्चा होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी चार साल पूरे कर चुके हैं। इन चार सालों में चीन और जर्मनी के अलावा रूस तीसरा देश है जहां के दौरे पर पीएम मोदी चौथी बार जा रहे हैं। इसीलिए रूस होने से पहले अपने ट्वीट में मोदी ने लिखा कि
रूस से मजबूत होंगे रिश्ते
रूस के लोगों का अभिनंदन..मैं अपने सोची दौरे और राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी मुलाकात को लेकर बहुत उत्सुक हूं। पुतिन से मिलना हमेशा शानदार रहा है। मुझे उम्मीद है कि पुतिन के साथ मुलाकात के बाद रूस के साथ भारत के पहले से ही मजबूत रणनीतिक सम्बंध और घनिष्ठ होंगे।
पुतिन ने दिया था पीएम मोदी को न्यौता
रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने खुद पीएम मोदी को सोची आने का न्योता दिया था। पुतिन ने कुछ दिन पहले ही चौथी बार रूस के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली है। ऐसे में वो दुनिया के बदले हालात को देखते हुए ग्लोबल मंच पर रूस की भूमिका नए सिरे से तय कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वो सोची में वर्ल्ड लीडर्स से मीटिंग कर रहे हैं। इनफॉर्मल मीटिंग के बावजूद मुलाकात के एजेंडे को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा गया है।