नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार (26 दिसंबर) को आयुष्मान भारत योजना के तहत जम्मू एवं कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, सेहत की शुरुआत करेंगे। इस योजना को पीएम-जय के नाम से भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री 26 दिसंबर को दोपहर 12 बजे वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत पीएम-जय सेहत की शुरुआत करेंगे। इस योजना में जम्मू एवं कश्मीर के सभी निवासियों को शामिल किया जाएगा।’’ इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपस्थित रहेंगे।
बयान में कहा गया कि यह योजना जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में रहने वाले सभी लोगों को मुफ्त बीमा कवर प्रदान करती है। इसके अंतर्गत जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों को फ्लोटर बेसिस पर 5 लाख रुपये प्रति परिवार वित्तीय कवर उपलब्ध कराया जाएगा। बयान के मुताबिक, ‘‘पीएम-जय के परिचालन विस्तार से 15 लाख (लगभग) अतिरिक्त परिवारों को लाभ होगा। यह योजना बीमा मोड पर पीएम-जय के साथ मिलकर संचालित होगी। इस योजना का लाभ पूरे देश में कहीं भी उठाया जा सकता है। पीएम-जेएवाई योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पताल इस योजना के तहत भी सेवाएं प्रदान करेंगे।’’ प्रधानमंत्री जन-आरोग योजना (पीएम-जेएवाई) के तहत पैनल में शामिल अस्पताल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।
सार्वभौम स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) में स्वास्थ्य संवर्धन से लेकर रोकथाम, उपचार, पुनर्वास और आवश्यक, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा स्पेक्ट्रम और चिकित्सकीय देखभाल शामिल है। इसके माध्यम से सेवाओं तक सभी की पहुंच होती है, लोगों को अपनी जेब से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ती है और इलाज के चलते लोगों के गरीबी के दलदल में फंसने का जोखिम कम करता है। आयुष्मान भारत कार्यक्रम के दो स्तंभों- स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज हासिल करने की परिकल्पना की गई है।