नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर को जापान की दो दिनों की यात्रा पर जा रहे हैं जहां वे दोनों देशों के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे तथा अपने जापानी समकक्ष शिंजो एबे के साथ रक्षा, क्षेत्रीय सुरक्षा समेत विविध विषयों पर व्यापक चर्चा करेंगे। विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि यह दोनों देशों के बीच 13वीं शिखर बैठक होगी। यह पांचवीं ऐसी बैठक होगी जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिस्सा लेंगे।
विजय गोखले ने कहा कि बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा एक अहम मुद्दा होगा। हम समझते हैं कि कोरियाई प्रायद्वीप से जुड़े मुद्दों में जापान की रूचि को देखते हुए इस पर चर्चा होगी। हम निश्चित तौर पर आतंकवाद एवं सीमा के आरपार अपराध के विषय पर अपनी चिंता व्यक्त करेंगे जो हमारे लिये महत्वपूर्ण है।
गोखले ने कहा कि भारत उम्मीद करता है कि प्रधानमंत्री मोदी के आयुष्मान भारत और जपान के ऐसे कार्यक्रम में एक प्रकार का संबंध है। आयुष्मान भारत को दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा योजना माना जाता है जबकि जापान में ऐसी ही एक योजना को एशिया स्वास्थ्य सेवा पहल के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान चिकित्सा उपकरण, अस्पतालों एवं अन्य चीजों समेत उन क्षेत्रों में जापान से सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की जायेगी जिसमें जापान की मजबूत स्थिति है।