नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती के मौके पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। ट्विटर पर इसकी घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्श हमें गरीबों की सेवा करने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव सुनिश्चित करने की प्रेरणा देते हैं। उनकी जयंती पर कल 25 सितंबर की सुबह 11 बजे देश भर के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करूंगा।’’
इस ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री ने डिजिटल माध्यम से होने वाले इस कार्यक्रम का लिंक भी साझाा किया। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के नगला चंद्रभान ग्राम में 25 सितंबर 1916 को जन्में उपाध्याय भाजपा की स्थापना के समय से ही उसके वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जब अपनी स्नातक स्तर की शिक्षा हासिल कर रहे थे, उसी वक्त वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संपर्क में आये और वह आरएसएस के प्रचारक बन गये।
हालांकि प्रचारक बनने से पहले उन्होंने 1939 और 1942 में संघ की शिक्षा का प्रशिक्षण लिया था और इस प्रशिक्षण के बाद ही उन्हें प्रचारक बनाया गया था। वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ की नींव रखी गई थी और इस पार्टी को बनाने का पूरा कार्य उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर किया था। भारतीय राजनीति में ‘‘एकात्म मानववाद’’ के दर्शन को प्रस्तुत करने वाले उपाध्याय का मानना था कि हिन्दू कोई धर्म या संप्रदाय नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय संस्कृति हैं।
भाजपा आज भी उनके विचारों का अनुसरण करती है और हर वर्ष उनकी जयंती को व्यापक स्तर पर मनाती है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 104वें जयंती समारोह के अवसर पर राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।