नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर में पाइप के जरिये पानी पहुंचाने के लिये जल जीवन मिशन को आगे बढ़ाने तथा आने वाले वर्षों में इस पर तीन लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा रकम खर्च करने का संकल्प जताया है। गुरुवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश में अभी करीब 50 फीसदी परिवारों को पाइप के जरिये पानी नहीं मिल पा रहा है।
जल संकट का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने एक विशेष काम की तरफ बल देने का निर्णय लिया है और वह है-हमारे हर घर में जल कैसे पहुंचे? हर घर को जल कैसे मिले? पीने का शुद्ध पानी कैसे मिले? और इसलिए आज मैं लाल किले से घोषणा करता हूं कि हम आने वाले दिनों में 'जल-जीवन मिशन' को आगे ले करके बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जल-जीवन मिशन के लिए केंद्र और राज्य सरकारें साथ मिलकर काम करेंगे और आने वाले वर्षों में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा रकम इस मिशन के लिए खर्च करने का हमने संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि जल-जीवन मिशन पर आगामी वर्षों में करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मोदी ने कहा कि हमें जल संरक्षण के प्रयासों में अधिक तेजी लानी होगी।
उल्लेखनीय सरकार ने 2024 तक हर घर में नल के जरिये पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि सभी को नल से जल देने की योजना की घोषणा के साथ जल एवं स्वच्छता क्षेत्र में अगले पांच साल में 6.3 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है। जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन की रिपोर्ट के अनुसार सरकार की नल से जल योजना का मकसद 2024 तक सभी घरों को पाइप के जरिये पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। इससे जल और साफ-सफाई के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश होने की उम्मीद है।