नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने आज मानेकशॉ सेंटर में 1971 की लड़ाई में शामिल होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी। 1971 की वॉर में शहीद हुए जवानों के परिवारों को सम्मानित करने के बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के प्रति योद्धाओं के प्रेम को कोई नहीं भुला सकता है। बांग्लादेश को आजाद कराने के लिए भारतीय सेना ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने नाम लिए बिना पाकिस्तान पर भी निशाना साधा।
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बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, दक्षिण एशिया में एक देश की सोच आतंकवाद की सरंक्षक है, जिसे विकास की बजाय विनाश पसंद है। कुछ देशों को मानवता से बड़ा आतंकवाद दिखता है।
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'बंगबंधु विश्व में शांति स्थापित करने वाले नेता थे'
मोदी ने कहा, भारत और बांग्लादेश बंगबंधू के बताए रास्ते पर चल रहा है। बंगबंधु विश्व में शांति स्थापित करने वाले नेता थे। उन्होंने बांग्लादेश को विकास के रास्ते पर ले जाने की कोशिश की। उनके परिवार के 16 लोगों का कत्ल किया गया। लेकिन उनकी बेटी शेख हसीना बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं। ये सामान्य घटना नहीं है।
अपने संबोधन में PM मोदी ने कहा-
- 1971 के शहीदों को कोटि कोटि नमन
- बांग्लादेश की जन्मगाथा असीम बलिदान की गाथा
- 1971 में बांग्लादेश में नरसंहार चरम पर था
- बंगबंधु विश्व में शांति स्थापित करने वाले नेता थे
- भारत बांग्लादेश के अटूट रिश्ते को पहचानने का दिन
- भारत चाहता है हर पडौसी दैश का विकास करें
- दक्षिण एशिया में सोच ऐसी जो आतंक की संरक्षक
- एक ऐसी सोच जो आतंक पर आधारित
- कुछ देशों को मानवता से बड़ा आतंकवाद दिखता है
- एक सोच ऐसी भी जो आतंक पर आधारित है