नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन के अंतिम दिन देश को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस की आज जो स्थिति है उससे हम सभी परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले भारत ने कैसे संक्रमण को रोकने के प्रयास किए आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी। जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, तब हमनें एयरपोर्ट पर विदेशों से आने वाले लोगों की स्क्रीन शुरू कर दी थी।
कोरोना मरीजों की संख्या जब 100 पर पहुंची तब हमने विदेश से आने वालों के लिए 14 दिन का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया था। जब हमारे यहां 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बहुत बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया। बल्कि जैसे ही समस्या दिखी उसी समय बड़े फैसले लेकर इसे रोकने का प्रयास किया।
दुनिया के बड़े बड़े सामर्थ्यवान देशों की तुलना में आज भारत बहुत संभली हुई स्थिति में है। महीना भर पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े थे। आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना के मामले 25 से 30 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं। इन देशों में हजारों लोगों की मृत्यु हो चुकी है।