मंडला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मंडला जिले के रामनगर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस और तीन दिवसीय आदि उत्सव के उद्घाटन समारोह में कहा कि अब बांस को पेड़ नहीं, बल्कि घास माना जाएगा। मोदी ने आदिवासियों के बीच कहा कि 'जनजातीय भाइयों को बांस काटने की अनुमति नहीं होती। वे अगर काटते हैं तो उनके खिलाफ वन विभाग का अफसर कार्रवाई करता है, इसलिए सरकार ने तय किया है कि बांस को पेड़ नहीं बल्कि घास की श्रेणी में रखा जाएगा।'
मोदी ने कहा कि हमारे देश में विदेशों से बांस मंगाया जाता है। अगर हमारा किसान अपने खेतों की मेड़ पर बांस लगाएं तो उन्हें रोजगार मिलेगा, जिससे उनकी हालत बदल सकती है। मोदी ने आदिवासियों के बीच गौंडी भाषा में लोगों का स्वागत करते हुए अपने भाषणा की शुरुआत की। उन्होंने कहा, "आज विकास के लिए बजट की चिंता नहीं है, आज जरूरत है उस बजट के बेहतर उपयोग की, उसके सही उपयोग की।"
इससे पहले केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्राम विकास चाहते हैं, इसीलिए उनके राज में पंचायतों के विकास के लिए चार गुना राशि मंजूर हुई है। वर्ष 2022 तक मोदी के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण होगा। प्रधानमंत्री ने रामनगर पहुंचकर रानी दुर्गावती और महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर पंचायती दिवस कार्यक्रम की शुरूआत की।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में वादा किया कि आगामी अक्टूबर तक राज्य के हर गांव तक बिजली पहुंचा दी जाएगी, वहीं आदिवासियों के विकास पर आगामी पांच वषरें में दो लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। चौहान ने कहा कि उनकी सरकार आदिवासी, गरीबों के कल्याण के कार्यो में लगी हुई है। प्रधानमंत्री पंचायतों को सक्षम बनाना चाहते हैं। गरीबों को बीमारी से बचाने के लिए उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर मंडला में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। एसपीजी सहित अन्य सुरक्षा बलों के जवान बड़ी संख्या में यहां तैनात किया गया है।