नई दिल्ली। सऊदी अरब के सुलतान सलमान बिन अब्दुल अजीज अल साऊद जी-20 देशों के आपातकालीन शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। यह सम्मेलन गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के अन्य शीर्ष नेता इसमें शामिल होंगे। बैठक में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के समन्वित उपायों पर चर्चा होगी। इस वायरस के कारण अबतक करीब 19,000 लोगों की जान जा चुकी है। जन-जीवन और कारोबार पूरी तरह ठप है।
जी-20 की अध्यक्षता कर रहे सऊदी अरब ने पिछले सप्ताह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जी-20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने का आह्वान किया था। उसने यह आह्वान ऐसे समय किया है, जब इस वैश्विक संकट से निपटने को लेकर समूह की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की तेजी से कदम नहीं उठाये जाने को लेकर आलोचना हो रही है। बुधवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार जी-20 के अध्यक्ष सऊदी अरब ने 26 मार्च को समूह की असाधारण बैठक बुलाई है।
सुल्तान सलमान बिन अब्दुल अजीज अल साऊद बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक कोरोना वायरस महामारी और उसके मानवीय और आर्थिक प्रभाव से निपेटने को लेकर समन्वित उपायों पर विचार करेगा। इटली, स्पेन, जार्डन, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड जैसे जी-20 में शामिल कोरोना वायरस से प्रभावित देशों के प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे। संयुक्त राष्ट्र, विश्वबैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व वपार संगठन, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन जैसे शीर्ष अंतरराष्ट्रीय संगठन भी इसमें शामिल होंगे।
बैठक में आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन), अफ्रीकी संघ, खाड़ी सहयोग परिषद और अफ्रीका के विकास के लिए नई भागीदारी (एनईपीएडी) जैसे क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। जी-20 में भारत के अलावा, अर्जेन्टीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।