नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस के मौके पर बृहस्पतिवार को संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि दी और कहा कि यह उनके सपनों के भारत के निर्माण के लिये हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का दिन है। भारतीय संविधान सभा ने आज ही के दिन 1949 में संविधान को अपनाया था और मोदी सरकार ने 2015 में इस दिन को प्रतिवर्ष ‘संविधान दिवस’ के तौर पर मनाने का फैसला किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “हमने 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर 2015 से मनाना शुरू किया। तबसे पूरे देश में लोग इस दिन को बेहद उत्साह से मनाते हैं। यह हमारे संविधान निर्माताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके सपनों के भारत के निर्माण की हमारी प्रतिबद्धताओं को दोहराने का दिन है।”
उन्होंने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब सुरेंद्रनगर में “संविधान गौरव यात्रा” आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा, “संविधान के 60 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में 2010 में हमनें गुजरात के सुरेंद्रनगर में संविधान गौरव यात्रा आयोजित की थी।"
पीएम मोदी ने उस संविधान गौरव यात्रा के बारे में बताया, "तब हाथी पर संविधान की एक प्रतिकृति रख कर उसे शहर के कई इलाकों में घुमाया गया था। मैं भी उस जुलूस में शामिल हुआ था। वह एक अनोखी श्रद्धांजलि थी।”
इससे पहले वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने संविधान को लोकप्रिय बनाने के लिये विभिन्न कदम उठाए जाने का आह्वान किया था।