नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने मध्य प्रदेश के सागर जिले के छोटेलाल अहिरवार पैदल ही नई दिल्ली पहुंच गए। छोटेलाल को पीएम मोदी से मिलने के लिए दो दिन का इंतजार भी करना पड़ा और तीसरे दिन जब उनकी मुलाकात हुई तो प्रधानमंत्री ने खुले दिल से छोटेलाल का स्वागत किया और कहा कि मुझसे मिलने के लिए पैदल आने की क्या जरूरत थी इस पर छोटेलाल ने भी जवाब दिया कि पैदल नहीं आता तो शायद मिलना भी न हो पाता।
बता दें कि मध्यप्रदेश के ग्राम पिपरिया, जैतपुर, देवरी सागर जिले के रहने वाले 63 वर्षीय छोटेलाल अहिरवार लगातार 22 दिन तक 750 किलोमीटर पैदल चलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। इसकी जानकारी जब केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को मिली तो उन्होंने अपनी गाड़ी भेजकर छोटेलाल अहिरवार को अपने आवास पर बुलाया और उनके रहने खाने की व्यवस्था की। उन्होंने छोटेलाल के बारे में पूरी जानकारी लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय में खुद बात की और छोटेलाल को प्रधानमंत्री से मिलवाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने उनके आग्रह को स्वीकार कर छोटेलाल से मुलाकात की और पूरी गर्मजोशी से मिले। छोटेलाल ने बताया कि प्रधानमंत्री जी ने उनसे पूछा कि मुझसे मिलने के लिए दिल्ली पैदल चलकर आने की क्या जरूरत थी? इसका जवाब देते हुए छोटेलाल ने कहा कि अगर वह पैदल नहीं आते तो शायद मिलना भी नहीं होता। जवाब सुनकर प्रधानमंत्री जी ने उन्हें अपने गले से लगा लिया।
छोटेलाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री जी को अपने क्षेत्र के अनुसूचित जाति समाज की परेशानियों के बारे में बताया और देवरी क्षेत्र में कारखाना लगाने को लेकर मांग पत्र सौंपा जिससे वहां के लोगों की रोजगार की समस्या का निवारण हो सके। इस दौरान पीएम ने उन्हे गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया।
पेशे से मजदूर छोटेलाल 22 दिन तक 750 किलोमीटर पैदल चलने के बाद देवरी से दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने सिर्फ प्रधानमंत्री जी से मिलने के लिए इतनी लंबी पैदल यात्रा की ताकि वे अपने समाज के लोगों की परेशानियों से प्रधानमंत्री जी को अवगत करा सकें।