नई दिल्ली: जागरूकता पैदा करने, व्यापक पारदर्शिता लाने और जिम्मेदारी तय करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय के प्रमुख जल जीवन मिशन को समर्पित एक ऐप लॉन्च किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर ग्राम पंचायतों की पानी समिति के सदस्यों से संवाद भी किया। अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य बापू और लाल बहादुर शास्त्री जी इन दोनों महान व्यक्तित्वों के हृदय में भारत के गांव ही बसे थे। मुझे खुशी है कि आज के दिन देशभर के लाखों गांवों के लोग ‘ग्राम सभाओं’ के रूप में जल जीवन संवाद कर रहे हैं।
प्रधान मंत्री ने आज जल जीवन कोष (राष्ट्रीय जल कोष) भी लॉन्च किया जिसमें कोई भी व्यक्ति, कोई भी संगठन, कोई कंपनी या यहां तक कि एक गैर सरकारी संगठन, चाहे वह भारत में हो या विदेश में, ग्रामीण क्षेत्र में एक स्कूल या एक नल के पानी का कनेक्शन लेने के लिए आंगनबाडी केंद्र या आश्रम आदि के लिए धन दान कर सकता है।
गांधी जयंती के अवसर पर, प्रधानमंत्री ने एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से भारत भर में पानी समितियों और ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के साथ बातचीत की और उनसे जल जीवन मिशन (जेजेएम) और इसके लाभों के बारे में बात की।चर्चा के बाद जेजेएम को एक विकेन्द्रीकृत, मांग-संचालित और समुदाय-प्रबंधित कार्यक्रम के रूप में कार्यान्वित किया जा रहा है, जिसमें ग्राम पंचायतें और/या इसकी उप-समितियां योजना बनाने, लागू करने, प्रबंधन, संचालन और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। गांव में पानी की आपूर्ति प्रणाली, जिससे नियमित और दीर्घकालिक आधार पर हर घर में स्वच्छ नल का पानी उपलब्ध हो सके।