कोल्लम (केरल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 66 पर बहुप्रतीक्षित कोल्लम बाईपास का उद्घाटन किया। दो लेन का 13 किलोमीटर लंबा बाईपास केरल के अलापुझा और तिरूवनंतपुरम जिलों के बीच यात्रा के समय में कटौती करेगा और इससे कोल्लम शहर में वाहनों की भीड़भाड़ कम होने की संभावना है। 352 करोड़ रुपये की लागत से बने बाईपास में अष्टमुडी झील पर तीन बड़े पुल हैं जिनकी कुल लंबाई 1540 मीटर है। बाईपास को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मोदी ने कहा कि जब वह 2014 में सत्ता में आए थे तो केवल 56 प्रतिशत ग्रामीण आबादी देश की सड़कों से जुड़ी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘अष्टमुडी झील के किनारे, मुझे (अगस्त 2018 की) बाढ़ से उबरने का एहसास होता है। लेकिन हमें और कड़ाई से लड़ना होगा। मैं आप सबको बाईपास के पूरा होने की बधाई देता हूं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे देश में, हम अक्सर देखते हैं कि उद्घाटन के बाद कई आधारभूत परियोजनाएं रूक जाती हैं। बड़ी मात्रा में जनता का पैसा बेकार हो जाता है।’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने विकास परियेाजनाओं का निरीक्षण किया और सभी विभाग सचिवों तथा राज्य के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ परियोजनाएं 20-30 साल से टल रही हैं। यह आम जनता के साथ अपराध है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 2013 में 70 लाख से बढकर 2017 में एक करोड़ पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान पर्यटन के कारण विदेशी विनिमय से कमाया गया धन 18 अरब डॉलर से बढ़कर 27 अरब डॉलर हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत 2017 में विश्व में सबसे तेजी से बढते पर्यटन स्थलों में से एक है।’’ यह प्रधानमंत्री का कोल्लम में तीसरा आधिकारिक दौरा है।
मोदी दिसंबर 2015 में पहली बार इस जिले में आए थे जब उन्होंने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री आर शंकर की प्रतिमा का अनावरण किया था। वह अप्रैल 2016 में पुतिंगल अग्निकांड के तुरंत बाद फिर से कोल्लम आए थे। इस हादसे में सौ से अधिक लोगों की जान गई थी। एक विशेष विमान में तिरूवनंतपुरम पहुंचने पर मोदी का केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति (से.नि.) पी सदाशिवम, विजयन, अधिकारियों तथा नेताओं ने स्वागत किया।