नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन करते हुए कहा कि जब नए साल में देश का आगाज अच्छा है तो आने वाले समय और भी शानदार होना तय है, इतने लोकार्पण और इतने शिलान्यास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत ने यह सब कोरोना के संकट भरे समय में किया। पीएम मोदी ने कहा कि 2021 की शुरुआत से ही भारत की यह तेजी और आत्मनिर्भरता के लिए गति देखकर कौन हिंदुस्तानी होगा जिसका माथा गर्व से ऊंचा न हो, आज हर भारतीय का आह्वान है- 'न हम रुकेंगे न हम थकेंगे हम सब मिलकर और तेजी से आगे बढ़ेंगे। '
पीएम मोदी ने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आप सबको मेरी तरफ से 2021 के नववर्ष की शुभकामनाएं, देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए चल रहे महायज्ञ ने आज एक नई गति हासिल की है। सिर्फ बीते 10 दिन की ही बात करें तो आधुनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से किसानों के खाते में सीधे 18000 करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रांसफर किए गए, दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की शुरुआत हुई, उसी तरह से ड्राइवरलेस मेट्रो, गुजरात के राजकोट में एम्स तो उड़ीसा में आईआईएम पर काम शुरू हुआ। दुनिया की बेहतरीन टेक्नोलॉजी के साथ 6 शहरों में 6000 घर बनाने का काम शुरू हुआ। देश की पहली नेशनल एनवायरमेंटल स्टैंडर्ड लैब की शुरुआत हुई। मुंबई-मेंगलुरू गैस पाइपलाइन, 100वीं किसान रेल चली, इसी दौरान ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पर पहली मालगाड़ी चल पड़ी और आज वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर देश को समर्पित हुआ है। सिर्फ 10-12 दिन में इतना सबकुछ, यह तो वे बातें हैं जिसमें जुड़ने का मुझे सौभाग्य मिला। इसके अलावा भी कई और काम हुए।
पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें
- जब नए साल में देश का आगाज अच्छा है तो आने वाले समय और भी शानदार होना तय है, इतने लोकार्पण और इतने शिलान्यास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत ने यह सब कोरोना के संकट भरे समय में किया। कुछ दिन पहले भारत ने कोरोना की 2 मेड इन इंडिया वैक्सीन स्वीकृत की है, भारत की अपनी वैक्सीन ने देशवासियों में नया आत्मविश्वास शुरू किया है।
- 2021 की शुरुआत से ही भारत की यह तेजी आत्मनिर्भरता के लिए गति देखकर कौन हिंदुस्तानी होगा जिसका माथा गर्व से ऊंचा न हो, आज हर भारतीय का आहवान है, न हम रुकेंगे न हम थकेंगे हम सब मिलकर और तेजी से आगे बढ़ेंगे
- डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर के इस प्रोजेक्ट को 21वीं सदी में भारत के लिए गेम चेंजर के तौर पर देखा जा रहा है, 5-6 वर्षों के कड़े परिश्रम के बाद इसका एक बड़ा हिस्सा हकीकत बन चुका है, कुछ दिन पहले जो भावपुर न्यू खुर्जा सेक्शन शुरू हुआ है वहां मालगाड़ियों की स्पीड 90 किलोमीटर प्रतिघंटा दर्ज की गई है, जिस रास्ते में औसत स्पीड सिर्फ 25 किलोमीटर प्रति घंटा रही हो वहां पहले से तीन गुना ज्यादा स्पीड से मालगाड़ी चल रही है, देश को विकास के लिए ऐसी ही स्पीड चाहिए और देश को ऐसी ही प्रगति चाहिए
- आज हरियाणा के न्यू एटेली से राजस्थान के न्यू किशनगढ़ के लिए पहली डबल स्टेक कंटेनर मालगाड़ी रवाना की गई है, डिब्बे के ऊपर डिब्बे वो भी डेढ़ किलोमीटर लंबी मालगाड़ी में, यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है, भारत इस सामर्थ्य वाले दुनिया के गिने चुने देशों में आज अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है।
- इसके पीछे हमारे इंजीनियरों, टेक्नीशियन और श्रमिकों की मेहनत है, देश की उपलब्धि देश को देने के लिए इससे जुड़े सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई।
- आज का दिन एनसीआर हरियाणा, और राजस्थान के किसानों हों या उद्यमी हों, व्यापारी हों, हर किसी के लिए नई उम्मीदें, नए अवसर लेकर आया है। डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर चाहे ईस्टर्न हो या वेस्टर्न, यह सिर्फ आधुनिक मालगाड़ियों के लिए सिर्फ आधुनिक रूट नहीं है, बल्कि यह देश के तेज विकास का कॉरिडोर भी है। यह कॉरिडोर देश के अलग-अलग शहरों में नए ग्रोथ सेंटर और ग्रोथ प्वाइंट का आधार भी बनेंगे।
- देश के अलग-अलग हिस्सों के सामर्थ्य को ये कैसे बढ़ा रहे हैं यह पूर्वी फ्रेट कॉरिडोर ने दिखाना शुरू कर दिया है। एक तरफ पंजाब से हजारों टन अनाज की गाड़ी निकली वहीं दूसरी तरफ झारखंड मध्य प्रदेश से हजारों टन कोयला लेकर मालगाड़ी एनसीआर, पंजाब और हरियाणा पहुंची। यही काम पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर करने वाला है। हरियाणा और राजस्थान में खेती और इससे जुड़े व्यापार को तो आसान बनाएगा ही साथ में महेंद्रगढ़ जयपुर अजमेर सीकर जैसे अनेक जिलों में उद्योगों को नई ऊर्जा भी देगा। इन राज्यों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का काफी कम लागत पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक तेजी से पहुंचने का मार्ग खुल गया है।
- गुजरात और महाराष्ट्र के बंदरगाहों तक तेज और सस्ती कनेक्टिविटी से इस क्षेत्र में निवेश की नई संभावनाएं बढ़ेंगी। आधुनिक इंफ्रा का निर्माण जितना जीवन के लिए जरूरी है उतना कारोबार के लिए भी आवश्यक है और हर नई व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए इसी से जन्म मिलता है और सामर्थ्य मिलता है। इनसे जुड़ा कार्य अर्थव्यवस्था के अनेक इंजनों को गति देता है, इससे सिर्फ मौके पर ही रोजगार नहीं बनता बल्कि सीमेंट स्टील जैसे उद्योगों में नए रोजगार का निर्माण होता है।
- ईस्ट डेडिकेटिड कॉरिडोर से 9 राज्यों में 133 रेलवे स्टेशन कवर होते हैं, इन स्टेशनों पर इनके साथ नए मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनेंगे, फ्रेट टर्मिनल होंगे, कंटेनर डीपो होंगे, पार्सल हब बनेंगे, अनेक नई आधुनिक और विशाल व्यवस्थाएं विकसित होने वाली हैं। इन सबका लाभ हमारे गांव गरीब और किसान को होगा, छोटे और कुटीर उद्योगों को होगा और साथ में बड़े मैन्युफैक्चरर्स के लिए भी बड़ा अवसर बनेगा जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
- जब रेलवे की बात आए और पटरियों की चर्चा हो तो यह संभव नहीं है, पटरियों को आधार बनाकर एक और उदाहरण दूंगा। आज भारत में इंफ्राकस्ट्रक्चर का काम 2 पटरियों पर चल रहा है, एक पटरी इंडीविजुअल व्यक्ति को आगे बढ़ा रही है और दूसरी पटरी देश के ग्रोथ इंजन को नई ऊर्जा दे रही है। अगर व्यक्ति के विकास की बात करें तो आज देश में सामान्य मानव के लिए घर, टॉयलेट, बिजली, पानी, गैस, सड़क, इंटरनेट जैसी हर सुविधा को उपलब्ध कराने का अभियान चल रहा है।
- ईस्ट डेडिकेटिड कॉरिडोर से 9 राज्यों में 133 रेलवे स्टेशन कवर होते हैं, इन स्टेशनों पर इनके साथ नए मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनेंगे, फ्रेट टर्मिनल होंगे, कंटेनर डीपो होंगे, पार्सल हब बनेंगे, अनेक नई आधुनिक और विशाल व्यवस्थाएं विकसित होने वाली हैं। इन सबका लाभ हमारे गांव गरीब और किसान को होगा, छोटे और कुटीर उद्योगों को होगा और साथ में बड़े मैन्युफैक्चरर्स के लिए भी बड़ा अवसर बनेगा जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
- जब रेलवे की बात आए और पटरियों की चर्चा हो तो यह संभव नहीं है, पटरियों को आधार बनाकर एक और उदाहरण दूंगा, आज भारत में इंफ्राकस्ट्रक्चर का काम 2 पटरियों पर चल रहा है, एक पटरी इंडीविजुअल व्यक्ति को आगे बढ़ा रही है और दूसरी पटरी देश के ग्रोथ इंजन को नई ऊर्जा दे रही है। अगर व्यक्ति के विकास की बात करें तो आज देश में सामान्य मानव के लिए घर, टॉयलेट, बिजली, पानी, गैस, सड़क, इंटरनेट जैसी हर सुविधा को उपलब्ध कराने का अभियान चल रहा है।
- इंफ्रास्ट्रक्चर की पटरी का लाभ हमारी इंडस्ट्री को हो रहा है, आज समय की मांग है कि भारत को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को ग्लोबल स्टैंडर्ड्स से मैच करने की दिशा में लेकर जाना होगा। आज हाईवे रेलवे वाटरवे की कनेक्टिविटी पूरे देश में पहुंचाई जा रही है, और तेजी से पहुंचाई जा रही है। अपने पोर्ट्स को ट्रांस्पोर्ट के अलग अलग माध्यमों को कनेक्ट किया जा रहा है।
- देशभर में फ्रेट कॉरिडोर की तरह इकोनॉमिक कॉरिडोर और डिफेंस कॉरिडोर जैसी व्यवस्थाएं तैयार की जा रही है। जब दुनिया देखती है कि चाहे व्यक्ति हो चाहे हो इंडस्ट्री हो, हर किसी के लिए बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर भारत में बन रहा है तो उसका एक और सकारात्मक प्रभाव पड़ना निश्चित है। इस प्रभाव का ही नतीजा है भारत में आ रही रिकॉर्ड एफडीआई, भारत का बढ़ता विदेशी मुद्रा भंडार, दु्निया का भारत पर लगातार बढ़ता भरोसा।
- जापान और जापान के लोग भारत की विकास यात्रा में एक भरोसेमंद मित्र की तरह हमेशा भारत के साथी रहे, वेस्टर्न कॉरिडोर के निर्माण में भी जापान ने आर्थिक सहयोग के साथ भरपूर टेक्नोलॉजी का सहयोग दिया है, इसके लिए जापान और जापान की जनता का धन्यवाद।
- कौन भूल सकता है कि हमारे यहां रेल यात्रियों के क्या अनुभव होते थे, शायद ही हममें से कोई ऐसा हो कि मुश्किलों से न गुजरना पड़ा हो। साफ सफाई हो, समय पर ट्रेन चले, सर्विस हो, सुविधा हो या सुरक्षा, मानव रहित फाटकों को खत्म करने की बात हो, हर समय में रेलवे में बदलाव की मांग हुई है और बीते वर्षों में इन कामों को गति दी गई है।
- बीते 6 साल में नई रेल लाइन, बिजलीकरण और चौड़ीकरण पर जितना काम हुआ उतना पहले कभी नहीं हुआ, इससे भारतीय रेल की स्पीड तो बढ़ी है साथ में दायरा भी बढ़ा है, वह दिन दूर नहीं जब पूर्वोत्तर के हर राज्य की राजधानी रेलवे से जुड़ेगी, आज भारत में सेमी हाईस्पीड की ट्रेन चल रही है, हाईस्पीड ट्रेन के लिए ट्रैक बिछाने से लेकर बेहतरीन टेक्नोलॉजी तक के लिए भारत में ही काम हो रहा है। भारतीय रेलवे आज मेक इन इंडिया से लेकर बेहतरीन इंजीनीयिरंग की मिसाल बन रही है, मुझे विश्वास है की रेलवे की यह गति भारत की प्रगति को नई ऊंचाई देती रहेगी, भारतीय रेलवे इसी तरह देश की सेवा करती रहे इसके लिए मैं सभी रेलवे के साथियों को ढेरों शुभकामनाएं देता हूं, कोरोना काल में रेलवे के साथियों ने जिस तरह काम किया श्रमिकों को अपने घर पहुंचाया, मुझे पक्का भरोसा है कि मेरे देश के करोड़ों करोड़ों साथियों के हमारे रेलकर्मियों पर खूब सारा आशीर्वाद बरसाया है।