नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति की समीक्षा के लिए 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। उन्होंने सभी से कोरोना से निपटने के लिए रणनीति बनाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के बाद पीएम मोदी ने कहा कि चौथे चरण में लोगों को कोरोना की गंभीरता के प्रति फिर से जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन पर काम अभी जारी है लेकिन हमें किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतनी है।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में हमें कुछ बंधन इसलिए लगाने पड़े ताकि कुछ व्यवस्थाएं विकसित की जा सकें। अब हमारे पास टीम तैयार है, लोग तैयार हैं, थोड़ा सावधानी रखेंगे तो चीजें संभल सकती हैं। हमें आगे केस बढ़े नहीं इसकी चिंता जरूर करनी होगी। आपदा के गहरे समंदर से हम निकलकर किनारे की तरफ बढ़ रहे हैं, ऐसा न हो जाए कि हमारी कस्ती वहां डूब जाए, हां पानी कम था। पीएम मोदी की इन बातों से साफ संकेत मिलता है कि देश में हालफिलहाल फिर से लॉकडाउन नहीं लगने जा रहा है।
हम दुनीयाभर में देख रहे हैं कि जिन देशों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है, हमारे यहां भी कुछ राज्यों में ट्रेंड चिंताजनक है, इसलिए हम सभी को, शासन प्रसाशन को पहले से भी अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, संक्रमण को कम करने के लिए अपने प्रयासों को और गति देने की जरूरत है, टेस्टिंग कन्फरमेंशन, कॉन्टेक्ट ्टरेसिंग, डेटा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसे ठीक करना होगा, पृजिटिविटी रेट को 5 प्रतिशत के दायरे में लाना ही होगा
हम लोगों का लक्ष्य होना चाहिए कि मृत्यु दर को एक प्रतिशत से भी कम किया जाना चाहिए, स्थानीय स्तर पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है, जागरूकता अभियान में कोई कमी नहीं आनी चाहिए
कोरोना की वैक्सीन को लेकर देश और अंतररा,्ट्रीय स्तर पर जिस तरह की खबरें आ रही हैं, करीब करीब अंतिम दौर पर वैक्सीन की रिसर्च पर काम प हुंचा है, भारत सरकार हर डेवल्पमेंट पर बारीकी से नजर बनाए रखे है, अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन की एक डोज होगी दो होगी या तीन होगी, अभी भी इन सारी चीजों के सवालों के जवाब हमारे पास नहीं हैं, हमें इन सभी चीजों को वैश्विक संदर्भ में ही आगे बढ़ना होगा। हम भारतीय डेवलपर्स और मैन्युफैक्चरर्स के साथ भी हमारी टीम काम कर रही है वह पूरी तरह सक्षम है।
कोरोना की वैक्सीन को लेकर देश और अंतररा,्ट्रीय स्तर पर जिस तरह की खबरें आ रही हैं, करीब करीब अंतिम दौर पर वैक्सीन की रिसर्च पर काम प हुंचा है, भारत सरकार हर डेवल्पमेंट पर बारीकी से नजर बनाए रखे है, अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन की एक डोज होगी दो होगी या तीन होगी, अभी भी इन सारी चीजों के सवालों के जवाब हमारे पास नहीं हैं, हमें इन सभी चीजों को वैश्विक संदर्भ में ही आगे बढ़ना होगा। हम भारतीय डेवलपर्स और मैन्युफैक्चरर्स के साथ भी हमारी टीम काम कर रही है वह पूरी तरह सक्षम है।
वैक्सीन आने के बाद भी हमारी प्राथमिकता यही होगी की सभी तक वैक्सीन पहुंचे, इतना बड़ा टीकाकरण अभियान मूलभूत हो और लंबा चलने वाला हो इसके लिए हम सभी को हर सरकार को हर संगठन को मिलकर एक टीम बनकर काम करना ही होगा, भारत के पास वैक्सीन को लेकर जैसा अनुभव है वह दुनिया के बड़े बड़े देशों के पास नहीं है। भारत जो भी वैक्सीन अपने नागरिकों को देगा वह हर वैज्ञानिक कसौटी पर खरी होगी, वैक्सीन के वितरण की तैयारी भी आप सभी राज्यों के साथ मिलकर की जा रही है।