नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन में हुई लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बात कर उन्हें बचाव कार्यों में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बुधवार को भूस्खलन में एक बस और अन्य वाहनों के फंस जाने से दस लोगों की मौत हो गई जबकि 13 लोगों को बचा लिया गया। कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है। मोदी ने ट्वीट किया, ''किन्नौर में भूस्खलन की त्रासदी बहुत दुखद है। दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। बचाव कार्य जारी है और उन लोगों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं जो अभी भी फंसे हुए हैं।”
पीएम मोदी ने भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। उनके कार्यालय ने कहा कि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इससे पहले, ठाकुर ने राज्य विधानसभा को बताया था कि ऐसी खबरें हैं कि मलबे के नीचे 50-60 लोगों के फंसे होने की आशंका है, लेकिन सही संख्या का पता नहीं चल पाया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्थिति का जायजा लेने के लिए ठाकुर से बातचीत की। गृह मंत्री ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को बचाव एवं राहत अभियानों में हिमाचल प्रदेश सरकार को सभी प्रकार की सहायता देने का निर्देश दिया है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि शाह ने राज्य में भूस्खलन के बारे में जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री से बात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
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