नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंभ मेले के सफाई कर्मियों के लिए बनाए गए वेलफेयर फंड में अपनी बचत से 21 लाख रुपए दान किए हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से इसको लेकर जानकारी दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी को मिलने वाले उपहारों की नीलामी से मिलने वाली रकम और उनकी बचत की रकम से किए गए अबतक के दान को देखें तो यह 100 करोड़ रुपए से अधिक का दान बन जाता है।
नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उस समय उनको मिले उपहारों की नीलामी से 89.96 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे और उस राशि को उन्होंने कन्या केलावनी फंड में दान कर दिया था, स्कीम के तहत उस फंड का इस्तेमाल बालिकाओं की शिक्षा के लिए किया जाता है। गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर कार्यकाल पूरा होने के मौके पर नरेंद्र मोदी ने गुजरात सरकार के कर्मचारियों की बेटियों की शिक्षा के लिए अपनी व्यक्तिगत बचत से 21 लाख रुपए दान किए थे।
प्रधानमंत्री बनने के बाद मिले उपहारों को 2015 में गुजरात के सूरत में निलाम किया गया था और उस नीलामी से 8.55 करोड़ रुपए की राशि मिली थी, प्रधानमंत्री ने उस राशि को नमामी गंगे मिशन को दान कर दिया था। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों की नीलामी के दौरान 3.40 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी और उस राशि को भी नमामी गंगे प्रोजेक्ट में दान दिया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी को बीते फरवरी के दौरान दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार दिया गया, इस पुरस्कार में मिली 1.3 करोड़ रुपए की राशि को भी प्रधानमंत्री ने नमामी गंगे प्रोजेक्ट के लिए भेंट कर दिया। नमामी गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगा की सफाई का काम किया जा रहा है।