नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान वायु से बचाने के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर की गई है और ये तैयारी डिजास्टर मैनेजमेंट के मास्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई है। प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी यूएसपी ही है क्राइसेस मैनेजमेंट करना। ये एक ऐसा फील्ड है जहां नरेंद्र मोदी पिछले पांच साल के दौरान खुद को कई बार साबित किया है और एक बार फिर प्रधानमंत्री अपने इस यूएसपी को साबित करने वाले हैं। मोदी सुनिश्चित करना चाहते है कि तूफान के डेंजर जोन में आने वाले इलाकों में जान-माल का नुकसान रोका जा सकें।
साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर प्रधानमंत्री के सरकारी निवास सात लोक कल्याण मार्ग में नरेंद्र मोदी की कोर टीम गुजरात पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। हर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री को वायु तूफान की मूवमेंट से जुडी रिपोर्ट सौंपी जा रही है क्योंकि डिजास्टर मैनेजमेंट के मास्टर नरेंद्र मोदी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। वो हॉट लाइन पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से लगातार बात कर रहे है और छोटा से छोटा अपडेट ले रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में प्रधानमंत्री मोदी के कंट्रोल रूम में क्या-क्या हुआ उसकी कुछ एक्सक्लूसिव डिटेल मिली है और जो पता चला वो बेहद हैरान करने वाला है। तूफान से निपटने के लिए फोर लेयर का सिस्टम पर डिजास्टर मैनेजमेंट काम कर रहा है जिसकी डायरेक्ट निगरानी प्रधानमंत्री के कंट्रोल रूम से हो रही है। खुद गुजरात के मुख्यमंत्री वीडियो कॉफ्रेंसिंग से सभी प्रभावित जिलों के अफसरों से लाइव अपडेट ले रहे हैं।
दरअसल मोदी के कंट्रोल रूम में बड़ी टीम काम करती है और इस टीम में अहम जिम्मेदारी निभाते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एडिशनल प्रिसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा। इनके अलावा कंट्रोल रूम में मोदी की कोर टीम में प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा, कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा, सेक्रेटरी भास्कर खुलबे और आपदा प्रबंधन मामलों को देखने वाले ज्वाइंट सेक्रेटरी हैं। इस कोर टीम में सबका काम बंटा हुआ है और इस टीम से निर्दश देते है नरेंद्र मोदी।
डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए प्रधानमंत्री की कोर टीम चार मंत्रालय से अपडेट लेती है। अर्थ एंड साइंस मंत्रालय-कुदरती आफत की जानकारी के लिए, गृहमंत्रालय-आपदा प्रबंधन के लिए, डिफेंस मंत्रालय-सेना की मदद के लिए, एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री-किसानों के नुकसान के आकलन के लिए और अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री-मकानों को होने वाले नुक्सान के लिए। किसी कुदरती आपदा के आने से पहले ही प्रधानमंत्र मोदी का कंट्रोल रूम एक्टिव हो जाता है। देखें वीडियो.....