नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश की सौ प्रतिशत पात्र आबादी को कोरोना रोधी टीकों की पहली खुराक लगाए जाने को सोमवार को राज्य सरकार की कुशलता और जन-जन की जागरुकता का परिणाम बताया और कहा कि इसकी बदौलत ही यह पहाड़ी राज्य 100 साल की सबसे बड़ी, कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में ‘‘चैंपियन’’ बन कर उभरा है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 टीकाकरण के लाभार्थियों से संवाद के दौरान यह बात कही।
ज्ञात हो कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां अब तक सभी पात्र लोगों को कोविड रोधी टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। इस उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने कहा कि जो हिमाचल प्रदेश कभी छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए संघर्ष करता था वह आज विकास की नयी गाथा लिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सब कुछ देवी-देवताओं के आशीर्वाद से, हिमाचल सरकार की कुशलता से और हिमाचल प्रदेश के जन-जन की जागरूकता से संभव हो पाया। हिमाचल प्रदेश ने एक टीम के रूप में काम करके यह उपलब्धि हासिल की है। 100 वर्ष की सबसे बड़ी महामारी के विरुद्ध लड़ाई में हिमाचल प्रदेश चैंपियन बन कर सामने आया है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने ना सिर्फ अपनी पूरी पात्र आबादी को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक दी है बल्कि दूसरी खुराक के मामले में भी वह लगभग एक तिहाई आबादी को टीका लगा चुका है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों की इस सफलता ने देश का आत्मविश्वास भी बढ़ाया है और आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है, यह भी याद दिलाया है। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों के विश्वास और आत्मनिर्भरता का ही परिणाम है कि भारत आज एक दिन में सवा करोड़ टीके लगाकर रिकॉर्ड बना रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जितने टीके भारत आज एक दिन में लगा रहा है, वह कई देशों की पूरी आबादी से भी ज्यादा हैं।
गौरतलब है कि देश में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा विस्तृत करने और लोगों को टीके लगाने की गति को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीके को सभी के लिए उपलब्ध कराने के लिए नया चरण 21 जून 2021 से शुरू किया गया था।
आपको बता दें कि देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 68 करोड़ से ज्यादा लोगों को डोज दी जा चुकी है। इसके अलावा 1 करोड़ 56 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज राज्यों को भेजे जाने के लिए तैयार हैं। अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीके की 4.37 करोड़ से अधिक अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल हुई खुराकें उपलब्ध है, जिन्हें लगाया जाना बाकी है।