नई दिल्ली। एक अधिकारिक जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने विशाखापत्तनम में गैस रिसाव से लोगों की मौत और बीमार होने पर आंध्र प्रदेश और केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। विशाखापत्तनम हादसा मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर बैठक कर पूरी जानकारी ली। विशाखापट्टनम गैस रिसाव मुद्दे प्रधानमंत्री आवास पर बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने NDMA के अधिकारियों से बात बात करते हुए हालात की पूरी जानकारी ली। एनडीआरएफ डीजी ने कहा कि इंडियन नेवी की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। पीएम मोदी ने ट्विट करते हुए लिका है कि 'मैंने विशाखापत्तनम की स्थिति के बारे में MHA (गृह मंत्रालय) और NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के अधिकारियों से बात की है जिस पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।' बता दें कि, विशाखापट्टनम जिले के आरआर वेंकटपुरम गांव में स्टीरीन गैस रिसाव के बाद एक बच्चे सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी ने किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती लोगों से मुलाकात की और उनका हालचाल लिया।
आंध्र प्रदेश सरकार ने एक रासायनिक संयंत्र में गैस रिसाव होने के बाद विशाखापत्तनम के लोगों से न घबराने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए काम कर रहे अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील की। आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के पास गुरुवार तड़के एक पॉलिमर संयंत्र से गैस के रिसाव ने पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे ने गंभीर औद्योगिक आपदा की आशंका को बढ़ा दिया है। राज्य के आईटी एवं उद्योग मंत्री एम गौतम रेड्डी ने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कहा कि विशाखापत्तनम में उद्योग विभाग में महाप्रबंधक के कार्यालय में एक हेल्पडेस्क बनाया गया है। उन्होंने कहा कि लोग उप निदेशक एस प्रसाद राव से उनके मोबाइल नंबर 7997952301 और 891923934 पर संपर्क कर सकते हैं तथा एक अन्य अधिकारी आर ब्रह्म से मोबाइल नंबर 9701197069 पर संपर्क कर सकते हैं।
आंध्र प्रदेश के उद्योग मंत्री एमजी रेड्डी ने विशाखापत्तनम हादसा मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विशाखापत्तनम में गैस लीकेज के लिए कंपनी जिम्मेदार है। एमजी रेड्डी ने बताया कि कारखाने में गैस रिसाव की सूचना के बाद, लॉकडाउन प्रक्रिया तुरंत शुरू की गई थी। स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया। गैस को तुरंत हानिरहित तरल रूप में बेअसर किया गया। लेकिन थोड़ी गैस, फैक्ट्री परिसर से बाहर निकलकर आस-पास के इलाकों में पहुंच गई, जिससे लोग प्रभावित हो गए। उन्होंने कहा कि जो कंपनी इसे प्रबंधित कर रही थी, उसे इस घटना के लिए जिम्मेदार होना चाहिए। उन्हें आगे आना होगा और हमें यह बताना होगा कि किन प्रोटोकॉल का पालन किया गया था और किनका पालन नहीं किया गया था। तदनुसार, उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, विशाखापत्तनम की स्थिति के बारे में पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी से बातचीत की है। उन्होंने सभी मदद और सहायता का आश्वासन दिया।
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया कि स्थानीय लोगों ने गले और त्वचा में जलन और कुछ विषाक्त संक्रमण की सूचना दी, फिर पुलिस और प्रशासन हरकत में आया। लगभग 1000-1500 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 800 से अधिक लोगों को अस्पताल ले जाया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी विशाखापत्तनम गैस रिसाव मामले पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि विशाखापट्टनम के पास एक संयंत्र में गैस रिसाव की खबर से दुखी, जिसने कई लोगों की जान ले ली। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। मैं घायलों के ठीक होने और सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।
गृह मंत्री ने कहा- परेशान करने वाली घटना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'विशाखापत्तनम में हुई घटना परेशान करने वाली है। एनडीएमए के अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों से बात की है। हम स्थिति पर लगातार और बारीकी से नजर रख रहे हैं। मैं विशाखापत्तनम के लोगों स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं।
विशाखापत्तनम में गैस लीक की घटना पर बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने दुख जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ने विशाखापत्तनम में गैस लीक की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने अधिकारियों से युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए कहा।
विशाखापत्तनम घटना पर राहुल गांधाी ने भी किया ट्वीट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं इसके बारे में सुनकर हैरान हूं। मैं क्षेत्र में हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से आग्रह करता हूं कि वे प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता और सहायता प्रदान करें। उन लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। अस्पताल में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
एनडीआरएफ डीजी ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा कि कुल 27 व्यक्ति एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव अभियान में शामिल हैं, जो गैस रिसाव से निपटने में विशेषज्ञ हैं। 80 से 90 प्रतिशत निकासी पूरी हो चुकी है। एनडीआरएफ डीजी ने कहा कि कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। ज्यादातर लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ-साथ खांसी आ रही है। 1000 से 800 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विशाखापत्तनम गैस हादसा मामले में कहा कि 'गैस रिसाव की वजह से विशाखापट्टनम में जान गंवाने से गहरा दुख हुआ। मेरे विचार और प्रार्थना उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं सभी की सलामती की दुआ करता हूं।'
विशाखापत्तनम गैस लीक मामले में अबतक 7 की मौत
बता दें कि, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में दक्षिण कोरिया की कंपनी एलजी के पॉलिमर प्लांट में रासायनिक गैस लीक हुई है। जहरीली गैस के प्रभाव में आकर 10 लोगों की मौत हो गई है, इसमें एक बच्चा भी शामिल है। जबकि 100 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में केमिकल गैस लीक होने की वजह से 5000 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं। हादसे के बाद से लोग एकदम से बदहवास हो गए हैं। हालांकि पुलिस लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। एक शख्स की मौत बच कर भागते वक्त कुंए में गिरकर हुई है। गांव और आसपास के इलाकों के हजारों लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है। जिसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। इसके साथ ही गांवों का खाली कराया जा रहा है। पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस मौके पर पहुंची।
कई गांवों को खाली कराया गया
स्थानीय लोगों के मुताबिक इस जहरीली गैस लीक का असर फैक्ट्री से 3 किलोमीटर के दायरे में देखने को मिल रहा है। जहरीली गैस का असर ऐसा था कि कई लोग बेहोश होकर गिरने लगे। कुल 9 गांव पर गैस का प्रभाव हुआ है। इनमें से 5 को पूरी तरह खाली करवा लिया गया है बाकी 4 गांवों को खाली करवाया जा रहा है। एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही थीं, इन्हें आक्सीजन का सपोर्ट दिया गया है। कई लोगों ने आंखों में जलन और शरीर पर निशान की भी शिकायत की है।
गैस रिसाव के कारणों का नहीं चल सका अभी तक कोई पता
विशाखापट्टनम के आरएस वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट में केमिकल गैस के लीक होने से करीब 10 लोगों की मौत हो गई। बता दें कि, गोपालपट्टनम के एलजी पॉलीमर्स लिमिटेड में सुबह करीब 3.30 बजे यह हादसा हुआ, जब आसपास की कॉलोनियों के लोग सो रहे थे। वेस्ट जोन की एसीपी स्वरूपा रानी ने बताया कि केमिकल गैस का यह रिसाव करीब 3 किलोमीटर में फैल गया है। गैस रिसाव की घटना सुनकर कई लोग मौके पर पहुंचे, मगर आंखों में जलन और गैस की तीखी गंध को सहन करने में असमर्थ लोग सड़कों पर भरभरा कर गिर गए। बताया जा रहा है कि गैस करीब 20 गावों तक फैल चुका है और लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं। बता दें कि, कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्लांट बंद था। हालांकि, घटना के बाद से प्रशासन की टीम ने तुरंत लोगों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया है। अभी तक यह पता नहीं चल सकता है कि आखिर गैस रिसाव कैसे हुआ। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली और विशाखापत्तनम के जिला कलेक्टर को प्रभावित लोगों के लिए उचित चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि कई लोग जमीन पर बेहोशी की हालत में पड़े हुए थे।