नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के उद्घाटन के मौके पर पिछली कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला बोला है। पीएम मोदी ने कहा कांग्रेस सरकार ने देश को लैंडमाइन पर बिठा दिया था विस्फोट होता तो देश की अर्थव्यवस्था तहस नहस हो जाती। हमारी सरकार ने कांग्रेस की बिछाई लैंड माइन को नाकाम किया। पीएम मोदी ने कहा की UPA सरकार के 6 साल में आजादी के 60 साल में बंटे कर्ज से दो गुना कर्ज बांटा गया....पिछली सरकारों ने सारी ताकत घोटालों को छिपाने में लगा दी। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने भगोड़ों के खिलाफ कार्रवाई तेज की। पीएम ने कहा कि पिछली सरकारों में बंटे बैड लोन का एक-एक पैसा वापस लाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरुआत करते हुए यूपीए सरकार पर जमकर हमला बोला। इसका मकसद करीब तीन लाख डाकियों और 'ग्रामीण डाक सेवक' और डाकघर की शाखाओं के व्यापक तंत्र का उपयोग करके आम आदमी के दरवाजे तक बैंकिंग सेवायें पहुंचाना है। भारतीय डाक भुगतान बैंक (आईपीपीबी) किसी भी अन्य बैंक की तरह ही होगा लेकिन यह अपने ऊपर ऋण का जोखिम लिए बगैर छोटे पैमाने के लेन देन का काम करेगा। यह पैसे जमा करना-निकालने जैसे सामान्य बैंकिंग परिचालन सेवाएं देगा लेकिन क्रेडिट कार्ड जारी नहीं करेगा।
भुगतान बैंक में एक लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है। इसके अलावा यह मोबाइल भुगतान, हस्तांतरण और एटीएम-डेबिट कार्ड, नैट बैंकिंग और थर्ड पार्टी पूंजी हस्तांतरण जैसी सुविधायें भी देगा। केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि आईपीपीबी की देशभर में 650 शाखाएं और 3250 संपर्क केंद्र होंगे। उन्होंने कहा किसी भी खाते में एक लाख से ज्यादा का जमा होने पर वह स्वत: डाकघर बचत खाते में तब्दील हो जायेगा। इस बैंक में भारत सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
आईपीपीबी माइक्रो एटीएम, मोबाइल बैंकिंग एप, संदेश और फोन कॉल के माध्यम में संवाद इत्यादि की सेवाएं भी उपलब्ध कराएगा। आईपीपीबी तकनीक मंचों का लाभ उठाएगा। यह खाता खोलने के लिए आधार का उपयोग करेगा, जबकि क्यूआर कोड और बॉयोमीट्रिक्स की मदद से प्रमाणीकरण, लेनदेन और भुगतान संबंधी कार्य होंगे। लेनदेन को सुगम बनाने के लिए ग्रामीण डाक सेवकों के पास स्मार्टफोन और बॉयोमीट्रिक उपकरण होंगे।
भुगतान बैंक बचत खाते पर 4 प्रतिशत का ब्याज देगा।आईपीपीबी ने ऋण और बीमा जैसे तीसरे पक्ष के उत्पादों की बिक्री के लिये पीएनबी और बजाज अलियांज लाइफ इंश्योरेंस जैसे वित्तीय सेवा प्रदाताओं के साथ गठजोड़ किया है। इस हफ्ते की शुरूआत में मंत्रिमंडल ने आईआईपीबी के व्यय को बढ़ाकर 1,435 करोड़ रुपये करने की मंजूरी दे दी थी। ताकि आईआईपीबी इस क्षेत्र में पहले से मौजूद पेटीएम पेमेंट्स बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक इत्यादि से प्रतिस्पर्धा कर सके।