नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच पीएम मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में लोगों को कोरोना संदिग्धों से हो रहे भेदभाव से बचने की अपील की और कहा कि यह समय सिर्फ सोशल डिस्सटेंसिंग बढ़ाने का है न कि इमोशनल डिस्सटेंसिंग। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संदिग्ध होम क्वारंटाइन का पालन कर रहें हैं वो एक तरह से देश और समाज की मदद ही कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम के 62वें संस्करण में कहा कि- कोरोना वायरस से लड़ने का कारगर तरीका #SocialDistancing है। हमें समझना होगा कि social distancing का मतलब social interaction खत्म करना नहीं बल्कि ये समय social distancing को बढ़ाने और emotional distance घटाने का है।
पीएम मोदी ने कहा कि 'कई लोगों ने virus के कोई लक्षण नहीं होने पर भी ख़ुद को quarantine किया। ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे विदेश से लौट करके आये हैं, इसलिए जब लोग ख़ुद इतनी ज़िम्मेदारी दिखा रहे हैं तो उनके साथ ख़राब व्यवहार करना जायज़ नहीं है।'