नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जुलाई को अमेरिका-भारत कारोबार परिषद (यूएसआईबीसी) द्वारा आयोजित 'इंडिया आइडियाज समिट' को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी का संबोधन 22 जुलाई को भारतीय समयानुसार रात 8:30 बजे के लिए निर्धारित है। इस शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के लोगों की नजर होगी। यूएसआईबीसी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। अमेरिका और भारत की मुख्य भागीदारी वाला यह दो दिनों का शिखर सम्मेलन है, जिसे डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। दो दिवसीय आभासी शिखर सम्मेलन का आयोजन 21-22 जुलाई को होगा।
यूएसआईबीसी ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन में भारत सरकार और अमेरिका की सरकार के वे शीर्ष अधिकारी एक साथ आयेंगे, जो महामारी के बाद उबरने की रूपरेखा पर काम कर रहे हैं। इस साल के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने वालों में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग के उपमंत्री एरिक हैगन, वर्जीनिया के सीनेटर मार्क वार्नर, कैलिफोर्निया की अमेरिकी प्रतिनिधि एमी बेरा, राजदूत केनेथ जस्टर और कई अन्य शामिल हैं।
यूएसआईबीसी ने कहा, 'यूएसआईबीसी अमेरिका-भारत साझेदारी को बढ़ाने के लिए 45 साल के काम का जश्न मना रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 के बाद की दुनिया में प्रमुख भागीदार व अगुवा के रूप में अमेरिका और भारत को लेकर दुनियाभर के प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। उनका संबोधन 22 जुलाई को स्थानीय समय के अनुसार शाम साढ़े आठ बजे होगा।'
शिखर सम्मेलन में शीर्ष अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। इन कार्यकारियों में यूएसआईबीसी के 2020 ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड प्राप्तकर्ता 'लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जिम टैसलेट और टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन' शामिल हैं।
यूएसआईबीसी ग्लोबल बोर्ड के अध्यक्ष तथा नुवीन के कार्यकारी चेयरमैन विजय आडवाणी ने कहा, 'हम अमेरिका- भारत कारोबार परिषद की 45 वीं वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के जुड़ने से सम्मानित हुए हैं।' उन्होंने कहा, 'इस वर्ष एक बेहतर भविष्य के निर्माण पर ध्यान केंद्रित होगा। जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी कोविड-19 के स्वास्थ्य प्रभाव और संबंधित वैश्विक आर्थिक व्यवधान की दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उन्होंने आर्थिक नवीनीकरण और समावेशी अवसर के एक युग की शुरुआत करने में भारत व अमेरिका की भागीदारी के महत्व को स्पष्ट किया है।' यूएसआईबीसी की अध्यक्ष निशा बिस्वाल ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार अमेरिकी प्रशासन के साथ जुड़ाव के माध्यम से अमेरिका-भारत संबंध को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।'