नयी दिल्ली: पूरा देश बुधवार को जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को बेसब्री से इंतजार कर रहा था वहीं सोशल मीडिया पर ऐसी अटकलें भी लगायी जा रही थी कि क्या यह संबोधन आपातकाल को लेकर होगा, दाऊद इब्राहिम को लाने या मसूद अजहर को मार गिराने को लेकर होगा। दोपहर 12 बजे का निर्धारित समय आने और गुजर जाने के बाद ट्विटर पर मजाक का दौर तेज हो गया। लोगों के दिमाग में नवम्बर 2016 की उस रात की याद ताजा हो गई जब मोदी ने 500 एवं 1000 रूपये के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। लोगों ने एटीएम की ओर दौड़ने और नकदी गिनने के मजाक करने शुरू कर दिये।
प्रधानमंत्री ने बुधवार सुबह ट्वीट किया, ‘‘मैं दोपहर पौने बारह बजे से 12 बजे के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश के साथ देश को संबोधित करूंगा। संबोधन को टेलीविजन, रेडियो या सोशल मीडिया पर देखें।’’ संबोधन अंतत: दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर शुरू हुआ और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने ट्वीट करना शुरू कर दिया। इन लोगों में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शामिल थे जिन्होंने ट्वीट किया, ‘‘वह लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित कर रहे हैं। ..महज कहने के लिए’’
एक अन्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ता सागर राय ने लिखा, ‘‘दाऊद गिरफ्तार वापस लाया गया? हाफिज सईद या मसूद अजहर को मार गिराया गया? प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन।’’ इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का देश के नाम किये गए उस संबोधन की तस्वीरें भी माइक्रोब्लागिंक साइट पर चल रही थीं जब उन्होंने देश में आपातकाल की घोषणा की थी।
निहारिका राणा ने कहा, ‘‘मैंने अपने सीए का नंबर स्पीड डायल लिस्ट पर डाल दिया है। प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन।’’ एक उपयोगकर्ता आमिर पठान ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी जी आज देश को संबोधित करने वाले हैं। मैं एटीएम पर पहुंच चुका हूं।’’
ट्विटर उपयोगकर्ता गौरीश सालुंके ने कहा, ‘‘एक और नोटबंदी? क्या उन्होंने मसूद अजहर या दाऊद को पकड़ लिया है? क्या हम पाकिस्तान पर कब्जा जमा रहे हैं? हे भगवान मैं बहुत उत्सुक हूं।’’ एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा अपना रक्तचाप जांच कराने की तस्वीरें पोस्ट की।
एक अन्य ने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस ने अपना एक प्रतिनिधिमंडल आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत करने के लिए चुनाव आयोग के पास भेज दिया है, राहुल संवाददाता सम्मेलन की तैयारी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन।’’ इससे पहले दिन में कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की प्रधानमंत्री के आवास पर एक बैठक हुई जिससे अटकलें और तेज हो गईं।