नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के बारे में एक चौंकाने वाली बात सामने आ रही है। इन दंगों में एक ऐसे ग्रुप का नाम लिया जा रहा है जिसकी सदस्य महिलाएं हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिंजरा तोड़ ग्रुप ने दंगाइयों की ढाल बनकर दिल्ली को खूनी खेल में झोंकने में अहम भूमिका निभाई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर रातों-रात जो भारी भीड़ जुटी थी, इसमें सबसे आगे इसी पिंजरा ग्रुप की महिलाएं थीं। इस ग्रुप की महिलाओं ने जाफराबाद की संकरी गलियों से निकलकर सड़क को जाम कर दिया था।
महिलाओं को आगे कर बोला हमला
दंगे में घायल हुए एसीपी अनुज कुमार ने महिलाओं द्वारा दंगों में निभाई गई भूमिका के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने बताया कि कैसे महिलाओं को ढाल बनाकर दंगाइयों ने दिल्ली को आग में झोंकने का काम किया। पिंजरा तोड़ ग्रुप की महिलाओं के पीछे छिपकर दंगाइयों ने जो आग लगाई, उसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली 3 दिनों तक झुलसती रही। दंगे में महिलाओं को इसलिए आगे आगे रखा गया था जिससे पुलिस कोई कड़ा ऐक्शन न ले पाए। और यही वजह रही कि दंगाइयों ने महिलाओं की आड़ में जमकर खूनी खेल खेला।
ACP बोले, मेरी आंखों के सामने शहीद हुए रतनलाल
घायल एसीपी अनुज कुमार ने महिलाओं के पीछे छिपकर हमला करने वाले दंगाइयों के बारे में पूरी बात बताई। एसीपी ने कहा कि महिलाएं आगे थीं इसलिए पुलिस ने फायरिंग नहीं की। एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए एसीपी ने कहा कि प्रदर्शनकारी आंसू गैस के गोले से बचने का उपाय करके आए थे। उन्होंने कहा कि वहां हजारों की भीड़ पथराव कर रही थी और पत्थरबाजों में महिलाएं भी शामिल थीं। एसीपी अनुज कुमार ने कहा कि हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल उनके सामने ही शहीद हुए और डीसीपी अमित शर्मा भी वहां जख्मी पड़े थे।
पुलिस कर रही है दंगों की जांच
महिलाओं के इस ग्रुप के सक्रिय होने के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाके दंगों की आग में झुलस गए। सीलमपुर, जाफराबाद, मौजपुर, ब्रह्मपुरी, गोकलपुरी और चांदबाग में दंगाइयों ने जमकर उत्पात किया। दंगाइयों ने गोकुलपुरी के टायर मार्केट में आग लगा दी और 200 से ज्यादा दुकानें जलाकर खाक कर दीं। दिल्ली के करीब 10 इलाकों में 24 फरवरी की शाम तक धारा 144 लगा दिया गया। चांदबाग, जाफराबाद, मौजपुर समेत 4 इलाकों में कर्फ्यू इंपोज कर दिया गया। अब दिल्ली पुलिस दंगे का सच जानने में जुटी है और एक-एक कड़ी जोड़ रही है। इसी कड़ी में तमाम चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
दिल्ली दंगे की टाइमलाइन
22 फरवरी
- जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे एंटी CAA प्रोटेस्ट
- रात करीब 10.30 बजे 1000 लोग आकर बैठे
- पुलिस को प्रोटेस्ट की आड़ में हिंसा का अलर्ट मिला
- प्रोटेस्ट में पिंजरा तोड़ ग्रुप की लड़कियां भी शामिल
- प्रोटेस्ट में बाहरी ग्रुप आया जो हंगामा करने लगा
23 फरवरी
- मौजपुर चौक पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा पहुंचे
- कपिल मिश्रा ने DCP के सामने भड़काऊ बयान दिया
- 23 फरवरी को मौजपुर, जाफराबाद में टेंशन बढ़ी
- 23 फरवरी की रात से दिल्ली में हिंसा भड़की
24 फरवरी
- उत्तर पूर्वी दिल्ली में बड़े पैमाने पर हिंसा
- गोकलुपरी में टायर मार्केट में आग लगाई
- शिव विहार, ब्रह्मपुरी, चांदबाग में भारी हिंसा
- मौजपुर चौक पर पथराव, आगज़नी की गई
- हिंसा में कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई
- हिंसा के दौरान डीसीपी-एसीपी भी घायल
- 93 से ज्यादा लोगों को गोली लगी
25 फरवरी
- मौजपुर, शिव विहार और चांदबाग में हिंसा
- शिव विहार में कई कारों को जलाया गया
- चांदबाग में ताहिर हुसैन की छत से पथराव
- चांदबाग में IB स्टाफ अंकित शर्मा की हत्या
- ज्यादातर इलाकों में प्लानिंग के साथ हिंसा
- NSA डोवल का दंगा प्रभावित इलाकों में दौरा
26 फरवरी
- दिल्ली में 3 दिन की हिंसा के बाद तनाव
- 24 घंटे में दूसरी बार मौजपुर पहुंचे डोवल
- डोवल ने लोगों से हिंसा रोकने की अपील की
- डोवल की अपील के बाद दंगा रुक गया
- दिल्ली हिंसा में 40 से ज्यादा लोगों की मौत