नई दिल्ली: नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ता उमर खालिद की दिल्ली दंगों से जुड़े मामले में गिरफ्तारी पर इस्लामिक संस्था पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। PFI के महासचिव अनीष अहमद ने कहा है कि उमर खालिद की जो गिरफ्तारी है वह असल में सरकार का सोचा समझा मंसूबा है जिसके जरिए सरकार उन लोगों को पकड़ रही है जो लोग नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध कर रहे थे।
पीएफआई के महासचिव अनीष अहमद ने कहा कि सरकार सोचती है कि फिर से देश में नागरिकता कानून या एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू न हो जाएं, इसलिए ऐसे लोगों को टारगेट किया जा रहा है जो पहले हुए विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे। अनीष अहमद ने कहा कि सरकार अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने इस साल फरवरी के दौरान दिल्ली में हुए दंगों से जुड़े एक मामले में उमर खालिद नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उमर खालिद वही व्यक्ति है जिसके ऊपर दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाने का भी आरोप है। दिल्ली दंगों से जुड़े एक मामले में उमर खालिद की गिरफ्तारी रविवार रात को हुई है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली पुलिस उमर खालिद को पूछताछ के लिए बुला रही थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम और क्राइम ब्रांच दिल्ली दंगों से जुड़ी जांच कर रही है, स्पेशल सेल दंगों में हुई साजिश और उस साजिश में भाग लेने वाले लोगों की जांच कर रही है जबकि क्राइम ब्रांच की टीम उन लोगों को पकड़ रही है जो दंगों में संलिप्त थे। उमर खालिद की गिरफ्तारी स्पेशल सेल की टीम ने की है, गिरफ्तारी UAPA एक्ट के तहत की गई है।