नई दिल्ली: कच्चे तेल के दाम बढ़ने से पेट्रोल, डीजल के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। आने वाले दिनों में हो सकता है पेट्रोल अस्सी रुपये को भी पार कर जाए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में जबरदस्त तेजी आई है। मुंबई में पेट्रोल 79 रुपये प्रति लीटर है तो दिल्ली में 71 को पार कर चुका है। लोग कह रहे हैं कि सहने की भी सीमा होती है। पेट्रोल का दाम सुन-सुनकर दिल पत्थर का हो चुका है। तेल के चक्कर में दूध, पनीर, मख्खन, घी सब छूट गया है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 79.06 रुपये लीटर हो गई है तो डीजल 65.74 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बेचा जा रहा है। तीन साल में पेट्रोल-डीजल का ये सबसे ज्यादा दाम है। दिल्ली में आज पेट्रोल के दाम 71.27 रुपये प्रति लीटर है जो अगस्त 2014 के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। डीजल की कीमत दिल्ली में 61.74 रुपये लीटर के उच्च स्तर पर पहुंच गयी। एक महीने में पेट्रोल 3.40 रुपये महंगा हो गया है। 12 दिसंबर 2017 के बाद तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। लोगों को शिकायत है कि जब कच्चे तेल की कीमत कम थी तब तेल कंपनियो ने राहत क्यों नही दी।
तेल कंपनियों के अनुसार 12 दिसंबर 2017 के बाद तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। उस दिन डीजल की कीमत 58.34 रुपये लीटर थी। पिछले एक महीने में इसमें 3.40 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई। इस दौरान पेट्रोले के दाम 2.09 रुपये लीटर बढ़े। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के व्यापार के दो प्रमुख मानकों...ब्रेंट तथा वेस्ट टेक्सास इंटीमीडिएट (डब्ल्यूटीआई)...में दिसंबर 2014 के बाद काफी तेजी आयी है। पिछले सप्ताह ब्रेंट 70.05 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया जबकि डब्ल्यूटीआई 64.77 डालर पर पहुंच गया।
कच्चे तेल के दाम में वृद्धि के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने शुरू हो गये हैं। इस स्थिति को देखते हुये सरकार से आम लोगों को राहत देने के लिये उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग फिर से की जाने लगी है। भाजपा नीत राजग सरकार ने अपने कार्यकाल में उत्पाद शुल्क में एक बार कटौती की है। अक्तूबर 2017 में जब दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.88 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 59.14 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया था, सरकार ने उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की है।
कच्चे तेल के दाम में बढ़त के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने शुरू हो गये हैं। इस स्थिति को देखते हुये सरकार से आम लोगों को राहत देने के लिये एक्साइज ड्यूटी में कटौती की मांग फिर से की जाने लगी है। लोग कह रहे हैं तेल की कीमते इतनी बढ़ी है कि अब पेट्रोल पंप तक जाने में भी दो बार सोचना पड़ता है।