धुले। महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना की तरफ से अपनी दावेदारी की चर्चा के बीच, युवा शिवसेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि यह राज्य की जनता को तय करना है कि उन्हें इस शीर्ष पद के लिए तैयार होना है या नहीं।
अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान ठाकरे ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता है, लोगों की आवाज को सुनना और शिवसेना द्वारा उनसे किए गए वादों को पूरा करना। शिवसेना की युवा शाखा के 29 वर्षीय प्रमुख ने सितंबर-अक्टूबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले जन संपर्क कार्यक्रम शुरू किया है।
यात्रा के दौरान ठाकरे के साथ मौजूद रहने वाले शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गुरुवार को कहा था कि चुनाव में अगर शिवसेना के मन मुताबिक परिणाम आते हैं, तो आदित्य ठाकरे मुख्यमंत्री बनेंगे। शिवसेना, केंद्र और प्रदेश दोनों सरकारों में भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने मराठी समाचार चैनलों से कहा, ‘‘यह जनता को तय करना है कि मुझे पद पर बैठने के लिए तैयार होना है या नहीं। मैं इसके बारे में बात नहीं कर सकता क्योंकि यह एकमात्र ऐसी चीज है जो मेरे हाथ में नहीं है। शिवसेना ने जो वादे किए हैं उन्हें पूरा करना केवल मेरे हाथ में है।’’