पणजी: गोवा में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के बीच, राज्य कार्यकारी समिति (एसईसी) ने राज्य में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से कोविड-19 की जांच के लिए दो हजार रुपये का शुल्क लेने का रविवार को फैसला किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य के मुख्य सचिव परिमल राय के नेतृत्व वाली यह समिति राज्य में कोविड-19 प्रबंधन और राहत कार्यों की देखरेख के लिए जिम्मेदार है। समिति ने रविवार को आयोजित एक बैठक के दौरान राज्य में कोविड-19 की स्थिति का जायजा लिया। गोवा में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 16 हो गई है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हाल ही में बाहर से आने वाले यात्रियों में पाए गए संक्रमण के मामलों के बाद, एसईसी ने फैसला किया कि गोवा में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच करने की व्यवस्था जारी रखने की आवश्यकता है।’’ उन्होंने बताया कि एसईसी ने जांच पर होने वाले खर्च के लिए लोगों से शुल्क लेने के मुद्दे पर चर्चा की।
उन्होंने बताया, ‘‘विचार-विमर्श के बाद, एसईसी ने रेलवे और अन्य अधिकारियों को यह बताने के लिए गोवा के अंतर-राज्य आवागमन प्रकोष्ठ को निर्देश दिया कि गोवा पहुंचने वाले किसी भी यात्री को अनिवार्य जांच से गुजरना होगा और जांच के लिए प्रति व्यक्ति 2,000 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा।’’ प्रवक्ता ने बताया हालांकि, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत या ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मचारियों जैसे किसी अन्य छूट वाली श्रेणी के तहत आने वाले लोगों को भुगतान नहीं करना होगा। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक ने कहा कि 29 अप्रैल से अब तक 17,085 लोग राज्य से बाहर गए हैं जबकि 2,129 लोग राज्य में आए हैं।’’