नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सफाईकर्मियों को आईएएस अधिकारियों के बराबर वेतन दिए जाने की आज हिमायत की। उन्होंने कहा कि यदि सफाई के काम में लगे लोगों को सम्मान देना है , तो सरकार को इसके लिए कदम उठाना चाहिए। लोजपा की श्रमिक शाखा की एक बैठक में पासवान ने सफाईकर्मियों द्वारा सीवेज और नालियों की हाथ से सफाई को अपराध घोषित किए जाने की भी मांग की। दरअसल, कभी - कभी जहरीली गैस की वजह से उनकी मौत हो जाती है।
केंद्रीय मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सफाई पर जोर देकर और स्वच्छता अभियानों में भाग लेने के लिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों तक के हाथ में झाड़ू पकड़ाना सुनिश्चित कर ऐतिहासिक काम किया है। उन्होंने कहा कि लेकिन सफाईकर्मी दयनीय परिस्थितियों में रह रहे हैं।
लोजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘ इस तरह की चीजों को खत्म करने की जरूरत है। इसके लिए मैं मांग करता हूं कि यदि हम सफाई कर्मियों को सम्मान देते हैं, यदि हम श्रम के सम्मान में यकीन रखते हैं, तब उनका वेतन आईएएस अधिकारियों के वेतन से कम नहीं होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि श्रम का सम्मान दूसरे देशों में है लेकिन भारत में नहीं है।
पासवान ने अगड़ी जातियों के गरीबों के लिए भी 15 फीसदी कोटा की हिमायत करते हुए कहा कि इन लोगों को भी आरक्षण की जरूरत है।उन्होंने यह भी कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने-अपने राज्यों में अधिसूचित न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए क्योंकि उनका मौजूदा वेतन 3,000 रूपया महीना बहुत कम है।पासवान के बेटे और लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने कहा कि लोजपा आरक्षण के फायदों में किसी तरह का बदलाव करने की इजाजत नहीं देगी।