नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कुछ फैसलों के बाद कश्मीर में अफरातफरी मची है और इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि वहां कुछ बड़ा होने वाला है। इसे लेकर जम्मू कश्मीर में तरह तरह की अफवाह भी हैं और सियासतदान इससे बेचैन हो गए हैं। सैनिकों की तैनाती और विभिन्न आदेशों से जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने जैसे कुछ बड़े फैसलों को लेकर अटकलें बढ़ गई है। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते लोग शहर में तथा अन्य जगहों पर राशन और आवश्यक सामान खरीदने दुकानों के बाहर कतारों में दिखाई दिए। पेट्रोल पम्पों पर भी भारी संख्या में उपभोक्ता दिखाई दिए।
अफवाहों के चलते लोग अपने घरों में रोजमर्रा का सामान जमा करने लगे हैं। हालात ये हो गए हैं कि कई पट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल खत्म हो गए हैं। एटीएम के बाहर भी लोगों की लंबी लाइन लगी देखी जा रही है। मेडिकल शॉप पर लोग जरूरत की दवाइयां खरीदते देखे जा रहे हैं।
वहीं आज स्कूल बंद करने की भी अफवाह फैली जिसके बाद जम्मू-कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बसीर अहमद खान ने कहा कि यहां कोई कर्फ्यू नहीं लगाया गया है और न ही अबतक ऐसा कोई फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि आज स्कूल बंद नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति बनाए रखने के लिए गृह विभाग ने पुख्ता खुफिया सूचनाओं के आधार पर एडवाइजरी जारी की है।
बता दें कि कश्मीर में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों के लिए घाटी छोड़ने के ताजा परामर्श से निवासियों के बीच भय पैदा हो गया है और उन्होंने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते राशन और आवश्यक सामान जमा करना शुरू कर दिया। राज्य सरकार ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को परामर्श जारी कर तत्काल कश्मीर छोड़ने के लिए कहा है।
इससे पहले सेना ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी घाटी में अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में हैं। सेना ने हालांकि यह भी कहा कि सुरक्षा बल ऐसी किसी भी योजना को विफल करने के लिए मुस्तैद हैं।