नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड में कोविड-19 के दैनिक मामलों और मौत में बढ़ोतरी से संकेत मिलता है कि महामारी पूर्व की तरफ बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पाल ने इन पांच राज्यों के साथ कोविड-19 संक्रमण के निषेध और प्रबंधन के इंतजामों की उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “साक्ष्यों से संकेत मिल रहे हैं कि महामारी पूर्व की तरफ बढ़ रही है और इन राज्यों में दैनिक मामलों में इजाफे के साथ ही मृत्युदर भी बढ़ रही है।”
इन राज्यों में कोविड-19 महामारी के हालिया चरण की चुनौतियों और उनसे निपटने के लिए अहम कार्रवाई से संबंधित पांच क्षेत्रों पर चर्चा की गई। इन राज्यों में संक्रमण के मामलों और मृत्युदर में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है।
वहीं, सरकार ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस जानवरों से नहीं बल्कि मनुष्य से मनुष्य में फैलता है । इस महामारी से निपटने में जुटे देश के शीर्ष अधिकारियों ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कम एहतियाती उपायों एवं प्रथम लहर के दौरान कम प्रतिरोधकता पैदा होने के मिले जुले कारणों से दूसरी लहर को हवा मिल रही है। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘यह वायरस जानवरों से नहीं फैल रहा है। यह मनुष्य से मनुष्य में फैलता है। साथ ही, यदि आपको टीका लगाया गया है तो यह आवश्यक नहीं है कि हर व्यक्ति शरीर पीड़ा और ज्वर जैसे लक्षण महसूस करेगा। यदि आप यह लक्षण नहीं महसूस कर रहे हैं तो आप सामान्य हो सकते हैं, और आप अपना काम कीजिए।’’
उन्होंने कहा कि बदलते वायरस के प्रति प्रतिक्रिया समान बनी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें मास्क लगाने, आपस में दूरी रखने, स्वच्छता बनाये जाने जैसे कोविड उपयुक्त आचरण करते रहने की जरूरत है। कोई गैर जरूरी बैठक मत कीजिए और घर में ही रहिए।’’ पॉल ने इस बीमारी के खिलाफ लंबी लड़ाई चलेगी।