श्रीनगर: लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रखने वाले पाकिस्तान के एक आतंकवादी को जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले से गिरफ्तार किया गया है। वह कश्मीर घाटी के कुछ क्षेत्रों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से काम कर रहा था। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पाकिस्तान में पंजाब के मियानवाली क्षेत्र के मोहल्ला मियानी के रहने वाले मोहम्मद वकार अवान को इस सप्ताह की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया। उसे पुलिस नियंत्रण कक्ष में मीडिया के सामने पेश किया गया।
अवान उर्फ ‘छोटा दुजाना’ ने संवाददाताओं को बताया कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने से पहले उसे बताया गया था कि कश्मीर के लोगों पर सुरक्षा बल अत्याचार करते हैं लेकिन उसने घाटी में ऐसी कोई चीज नहीं देखी। उसने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने मुजफ्फराबाद में चार महीने का प्रशिक्षण लिया। मुझे बताया गया कि कश्मीर में महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार हो रहा है। मस्जिदों में नमाज की इजाजत नहीं है और मुस्लिमों के घर तबाह किए जा रहे हैं। लेकिन उसने कश्मीर में अलग हालात देखा।’’
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अवान की गिरफ्तारी और ‘अपराध स्वीकारना’ इस बात के सबूत हैं कि पाकिस्तान की जमीन पर किस तरह से युवाओं को गलत कामों में लगाया जाता है और फिर उन्हें यहां जैश-ए-मोहम्मद या लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने के लिए भेज दिया जाता है। अवान से जब यह पूछा गया कि क्या वह घाटी में किसी हमले में शामिल रहा है तो उसने कहा, ‘‘ मैं किसी भी हमले में शामिल नहीं हूं।’’
बारामूला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल कय्यूम ने बताया कि अवान जुलाई, 2017 में भारत में घुस आया था। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक दिलबाग सिंह ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अवान का ‘अपराध स्वीकारना’ इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान किस प्रकार युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए यहां भेजता है।