पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय उप उच्चायुक्त को यहां तलब किया और पुलवामा में हुए भीषण आतंकवादी हमले में उसकी भूमिका के बारे में भारत की ओर से लगाये गये आरोपों के प्रति अपना विरोध जताया। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को हुए इस जबरदस्त आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गये थे तथा पांच बुरी तरह से घायल हो गये। पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश ए मोहम्मद ने इस आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी।
पाकिस्तान द्वारा भारतीय उप उच्चायुक्त को तलब करने का यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जबकि भारत ने नयी दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद को तलब किया और सीआरपीएफ के जवानों के बलिदान को लेकर कड़ा डिमार्शे जारी किया। विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पाकिस्तान को जैश ए मोहम्मद के खिलाफ "तत्काल और सत्यापित कार्रवाई" करनी चाहिए और उसके क्षेत्र से संचालित आतंकवाद से जुड़े किसी भी समूह या व्यक्तियों को तत्काल रोकना चाहिए।
हालांकि, पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि विदेश कार्यालय ने भारतीय उप उच्चायुक्त को तलब किया और पुलवामा हमले पर पाकिस्तान के खिलाफ "भारत द्वारा लगाए गए आधारहीन आरोप" को खारिज कर दिया। विदेश मामलों के मंत्रालय से भारतीय राजनयिक को बाहर निकलते हुए दिखाने वाला एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में चल रहा है। इस बीच, विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर बताया कि पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने आज अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के राजूदतों को पुलवामा हमले पर जानकारी दी और भारत के आरोपों को खारिज किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘विदेश सचिव ने आज एमओएफए में पी5 राजदूतों को जानकारी दी। पुलवामा हमलों पर भारत के आरोपों को खारिज किया।’’ पुलवामा हमले के बाद भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान से ‘सर्वाधिक तरजीही देश’ का दर्जा वापस ले लिया था। इससे पड़ोसी देश से भारत आने वाले सामानों पर सीमा शुल्क बढ़ाने में मदद मिलेगी। कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक के बाद आज दिन में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान को सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र का दिया गया दर्जा वापस ले लिया गया है । भारत ने पाकिस्तान को 1996 में सर्वाधिक तरहीजी राष्ट्र का दर्जा दिया था।
सूत्रों के अनुसार पुलवामा में हुए आतंकवादी हमलों के अलोक में पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसरिया को मंत्रणा के लिए दिल्ली बुलाया गया है। इस बीच पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक साक्षात्कार में कहा है कि भारत अगर साक्ष्य मुहैया कराता है तो पाकिस्तान किसी के भी खिलाफ कार्रवाई करेगा।