नई दिल्ली। भारत में एंटी सेटलाइट तकनीक के सफल परीक्षण ‘मिशन शक्ति’ से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दुनिया के बाकी देशों के सामने दुखड़ा रोते हुए इसको लेकर आवाज उठाने का आग्रह किया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी की गई प्रेस रिलीज में कहा गया है कि पाकिस्तान अंतरिक्ष को मानवता की साझा विरासत के तौर पर देखता है और हर देश को इस तरह की गतिविधियों से दूर रहना चाहिए जिससे अंतरिक्ष का सैन्यकरण होता हो।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि पूर्व में जिन देशों ने अंतरिक्ष के सैन्यकरण कि गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाई वे इस बार भी आवाज उठाएंगे। हालांकि पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रेस रिलीज में भारत का नाम नहीं लिया गया है। लेकिन भारत की तरफ से मिशन शक्ति की घोषणा के एक घंटे बाद ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस तरह की प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तान की तरफ से इस प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सुरक्षा के मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक भी की, बैठक में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा सहित सेना के कई अन्य अधिकारी भी शामिल थे।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने महत्वपूर्ण संदेश में बताया कि अंतरिक्ष में 27 मार्च को भारत दुनिया की चौथी महाशक्ति बन गया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत ने आज अंतरिक्ष महाशक्ति, स्पेश पावर के तौर पर दर्ज करा दिया है, अबतक दुनिया के तीन देश अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि हासिल थी, भारत चौथा देश हो गया है और हर हिंदुस्तानी के लिए इससे बड़ा गर्व का पल नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री ने कहा कुछ ही समय पूर्व हमारे वैज्ञानिकों ने स्पेश में 300 किलोमीटर दूर, लो अर्थ ऑरबिट (LEO) में एक सैटेलाइट को मार गिराया है, सेटलाइट को एंटी सेटलाइट मिसाइल द्वारा मार गिराया गया है, सिर्फ 3 मिनट में सफलता पूर्वक यह ऑपरेशन पूरा किया गया है।