जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर में फिर आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान का 'पिस्टल' प्लान सामने आया है। कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विजय कुमार ने गुरुवार को कहा कि 'जैसा कि हम सब जानते हैं कि इस साल जब से सेना और पुलिस ने मिलकर स्थानीय स्तर पर युवाओं को आतंकवाद में शामिल होने से रोका है, कई युवा वापस आए हैं और इस वजह से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका काफी परेशान थे। अच्छे कामों की वजह से पाकिस्तान के हेंडलर काफी परेशान हो गए थे, पिछले कई महीनों से यहे फ्रस्ट्रेट, इसके चलते इन्होंने बेगुनाह सिविलियन को पिस्टल से मारना, बिना हथियार वाले पुलिस वालों को मारने जैसे काम किए। 85 प्रतिशत घटनाओं में पिस्टल का इस्तेमाल किया गया, क्योंकि पिस्टल को छिपाना आसाना होता है।
जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना ने 3 घुसैपठिए किए ढेर
सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय और कश्मीर रेंज के आईजी विजय कुमार ने संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि अभी तक इस साल जनवरी से लेकर अभी तक 97 पिस्टल रिकवर हुए हैं, यह बताता है कि पाकिस्तान का एजेंडा है कि ज्यादा से ज्यादा हैंड ग्रेनेड और पिस्टल कश्मीर भेजे जाएं और आतंकवाद का बढ़ाया जाए। भारतीय सेना से मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास हथलंगा में 3 घुसपैठिए मारे गए हैं जबकि भारी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक बरामद किया गया है।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
गौरतलब है कि, LOC पर रामपुर सेक्टर में उरी के नज़दीक भारतीय सेना ने 3 आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। सभी आतंकी कुछ दिन पहले पाक अधिकृत कश्मीर(POK) से आए थे। आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किया गया है। भारतीय सेना ने ऑपरेशन में मारे गए आतंकवादियों के पास से 5 एके 47 राइफल, 7 पिस्टल, 1 रिवॉल्वर, 5 एके 47 मैगजीन, 69 ग्रेनेड, भारतीय करेंसी में 35000 रुपए और पाकिस्तानी करेंसी में 3700 रुपए बरामद किए हैं। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान से 6 आतंकवादी भारतीय सीमा में प्रवेश करने जा रहे हैं और 3 दिन पहले सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया था। अबतक इस ऑपरेशन में 3 आतंकवादियों के खात्मे की पुष्टि हुई है, पूरे क्षेत्र में फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।