नयी दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने पिछले हफ्ते हुई हवाई झड़प के दौरान भारतीय वायुसेना के एक सुखोई-30 लड़ाकू विमान को मार गिराने के पाकिस्तान के दावे को मंगलवार को खारिज कर दिया। गौरतलब है कि बालाकोट (पाकिस्तान) में जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र पर 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना के बम गिराने के एक दिन बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना ने कश्मीर में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की नाकाम कोशिश की थी। उसी दौरान यह हवाई झड़प हुई थी।
मंत्रालय ने इस हवाई झड़प का ब्यौरा देते हुए कहा कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को रोकने के लिए तैनात सभी सुखोई - 30 लड़ाकू विमान सुरक्षित रूप से (अपने एयरबेस पर) लौट आए। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के एक मिग 21 लड़ाकू विमान को गिराया था जबकि भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के एफ 16 को मार गिराया था। पाक ने दावा किया था कि भारत के साथ हुई इस झड़प में उसने हिंदुस्तान के दो लड़ाकू विमान गिराए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों की नियंत्रण रेखा के उस पार मौजूदगी को समय रहते भांप लिया गया और अतिरक्त लड़ाकू विमानों को उन्हें रोकने के लिए भेजा गया। मंत्री ने कहा कि भारत की ओर से मिराज 2000, सुखोई 30 और मिग 21 बाइसन को इस कार्य में लगाया गया और पाक वायुसेना को हड़बड़ी में लौटने के लिए मजबूर कर दिया गया और इस तरह वे अपने लक्ष्य से चूक गए। मंत्रालय ने कहा कि झड़प के दौरान पाकिस्तान ने एफ 16 का इस्तेमाल किया, जिससे कई अमराम (एएमआरएएएम) मिसाइलें दागी गईं।