टेकनपुर (मध्य प्रदेश): गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि पाकिस्तान में आतंकी ढांचे बरकरार हैं और पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर के युवाओं को भारत के विरूद्ध उकसाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को दंगों एवं धार्मिक स्थलों के अपवित्रीकरण के मामलों में कड़ी कार्रवाई करने को कहा। पुलिस महानिदेशकों एवं पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि पाकिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में प्रशिक्षण शिविर, लांच पैड और संचार स्टेशनों के रूप में आतंकी ढांचे बरकरार हैं।
गृह मंत्री के भाषण से अवगत सूत्रों के अनुसार सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के लिए वित्तीय मदद सहित सभी तरह की मदद उपलब्ध कराने में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को भारत के विरूद्ध भड़काया जा रहा है।सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों की भारत-विरोधी भावना को सह दे रहा है जिससे अक्सर काननू व्यवस्था की समस्या खड़ी होती है।
जम्मू-कश्मीर में वार्ता की पहल के लिए प्रतिनिधि की नियुक्ति का उल्लेख करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि यह संतोषजनक है कि सुरक्षा बल राज्य में स्थिति को संभालने में बहुत हद तक सफल रहे हैं। सिंह ने कहा कि क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा की जाने वाली हिंसा में उल्लेखनीय कमी आई है । उन्होंने पूर्वोत्तर में उग्रवाद में आयी कमी का भी जिक्र किया लेकिन म्यामां में भूमिगत संगठनों के शिविर और ठिकानों पर चिंता जतायी।
उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिक हिंसा में मामूली वृद्धि हुई है और शीर्ष पुलिस अधिकारियों को इस तरह की घटनाओं और धार्मिक स्थानों के अपवित्रीकरण के मामले में सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। सिंह ने साइबर अपराध के बढ़ते मामलों, समाज विरोधी तत्वों द्वारा तनाव पैदा करने की मंशा से इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस्तेमाल में हुई वृद्धि का जिक्र करते हुए पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री कल इस तीन दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे।डीजीपी और आईजी के सम्मेलन का आयोजन हर वर्ष किया जाता है, जहां केंद्र और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हैं।