नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के भिम्बेर सेक्टर में सीमापार से हुई पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की गोलीबारी में सात महीने के एक बच्चे के मारे जाने को लेकर बुधवार को पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह को तलब किया गया और कड़ा विरोध दर्ज कराया गया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि शाह से कहा गया कि पाकिस्तानी बलों द्वारा छोटे हथियारों एवं भारी हथियारों का इस्तेमाल करते हुए निर्दोष आम नागरिकों को ‘‘जानबूझकर निशाना’’ बनाना ‘‘बेहद निंदनीय है’’ । विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘21 मई को पाकिस्तानी बलों द्वारा किए गए बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम के उल्लंघन में सात महीने के एक बच्चे के मारे जाने को लेकर शाह को आज तलब किया गया और कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।’’
मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों से निर्दोष नागरिकों को मारने के इस तरह के नृशंस कृत्यों की जांच करने की और अपने बलों को इस तरह के कृत्यों से बचने के लिए तत्काल निर्देश देने को कहा गया। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘छोटे बच्चों सहित निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना सभी स्थापित मानवीय नियमों के एवं पेशेवर सैन्य आचरण के खिलाफ है।’’ मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी पक्ष से सीमा पार से गोलीबारी की आड़ सहित दूसरे तरीकों से आतंकियों की घुसपैठ में मदद बंद करने को भी कहा गया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना किसी उकसावे के लगातार जारी गोलीबारी एवं संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर भी हमारी गंभीर चिंताएं साझा की गयीं। मंत्रालय ने कहा कि नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी बलों ने इस साल अब तक इस तरह के 1,088 उल्लंघन किए हैं जिनके कारण 36 लोग मारे गए और 127 घायल हो गए। मंत्रालय ने कहा, ‘‘2018 में भारतीय सुरक्षा बलों ने 53 आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें नाकाम कीं और नियंत्रण रेखा पार करते समय पांच आतंकियों को मार गिराया।’’