लाहौर/इस्लामाबाद/दिल्ली: पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जर्मनी के रास्ते अमेरिका की आगामी यात्रा के लिए उनकी वीवीआईपी उड़ान के वास्ते अपना वायु क्षेत्र इस्तेमाल करने देने का भारत का अनुरोध ‘‘कश्मीर में वर्तमान स्थिति’’ का हवाला देते हुए बुधवार को ठुकरा दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, ‘‘भारत ने मोदी को 21 (सितम्बर) को जर्मनी जाने और 28 (सितम्बर) को वापसी के लिए पाकिस्तान से उसका वायु क्षेत्र इस्तेमाल करने देने का आग्रह किया था।’’
कुरैशी ने एक वीडियो बयान के जरिये निर्णय की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त को पाकिस्तान के इस निर्णय से अवगत करा दिया गया है कि वह मोदी के विशेष ‘एयर इंडिया वन’ विमान को देश के ऊपर से उड़ान भरने की इजाजत नहीं देगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर में वर्तमान स्थिति, वहां भारत के रुख और अत्याचार के मद्देनजर हमने निर्णय किया है कि हम भारतीय प्रधानमंत्री की उड़ान के लिए हमारे वायु क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने देंगे।’’
वहीं, भारत ने पाकिस्तान के इस फैसले की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि दो सप्ताह में दूसरी बार वीवीआईपी विमान को उड़ान की अनुमति देने से पाकिस्तान सरकार के इनकार के फैसले पर हमें अफसोस है। हालांकि, किसी भी देश द्वारा नियमित रूप से यह अनुमति प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान को स्थापित अंतरराष्ट्रीय परिपाटी से हटने के अपने फैसले पर सोच विचार करना चाहिए, साथ ही एकतरफा कार्रवाई के कारणों को गलत तरीके से पेश करने की अपनी पुरानी आदत पर भी पुनर्विचार करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी 21 सितम्बर को अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं। वह 22 सितम्बर को ह्यूस्टन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। मोदी साथ ही 27 सितम्बर को न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। सात सितंबर को भी, पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आइसलैंड की उनकी उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति देने का भारत का अनुरोध ठुकरा दिया था।
भारत द्वारा गत पांच अगस्त को कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार पर विपक्ष और कुछ मंत्रियों का इसको लेकर दबाव है कि वह भारत द्वारा पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के उपयोग पर रोक लगाये। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को भारत द्वारा समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस पर पाकिस्तान की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जतायी गई थी।
भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट रूप से कह चुका है कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करना उसका एक आंतरिक मामला है। भारत ने साथ ही पाकिस्तान को वास्तविकता स्वीकार करने की भी सलाह दी है। गत जून में प्रधानमंत्री मोदी जब एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बिश्केक जा रहे थे तब पाकिस्तान ने उनकी उड़ान के लिए अपना हवाई क्षेत्र "विशेष रूप से" खोला था। हालांकि, भारत ने वीवीआईपी विमान के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का उपयोग नहीं करने का निर्णय किया था।
बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान ने फरवरी में अपना हवाई क्षेत्र पूरी तरह से बंद कर दिया था। देश ने 27 मार्च को नयी दिल्ली, बैंकाक और कुआलालम्पुर को छोड़कर सभी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया था। 15 मई को, पाकिस्तान ने भारत के लिए उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र की रोक 30 मई तक बढ़ा दी थी। पाकिस्तान ने 16 जुलाई को अपना हवाई क्षेत्र सभी नागरिक यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया था।