नई दिल्ली: भारत ने सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर कॉरिडोर को खोले जाने के मुद्दे का पाकिस्तान की ओर से राजनीतिकरण किए जाने के प्रयास को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कॉरिडोर को खोला जाना सिख समुदाय के लंबित मांग को पूरा किया जाना है।
उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान सिख समुदाय की भावनाओं से जुड़े एक धार्मिक मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपनी घोषणाओं को पूरा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा।"
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर को भारतीय मंत्रियों की उपस्थिति में एक समारोह में करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास किया था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बाद में कहा था कि खान ने करतारपुर सीमा को खोलने की पहल कर भारत की तरफ 'गुगली' फेंकी है।
सुषमा स्वराज ने इस बयान पर प्रक्रिक्रिया देते हुए कहा था कि कुरैशी का बयान दिखाता है कि पाकिस्तान सिख समुदाय की कोई इज्जत नहीं करता है और वह यह सब केवल राजनीति के लिए कर रहा है।