नई दिल्ली। कश्मीर के मुद्दे को पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने का एक और प्रयास कर सकता है, आज से जेनेवा में शुरू होने जा रहे संयुक्त राष्ट्र के मानव अधिकार परिषद (UNHRC) के 42वें सत्र में पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाने की कोशिश कर सकता है। यह सत्र 27 सितंबर तक चलेगा और पाकिस्तान का विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी मंगलवार को जेनेवा पहुंचकर इस मुद्दे को उठा सकता है। पाकिस्तान की कोशिश है कि कश्मीर के मुद्दे पर अपने खाते में ज्यादा से ज्यादा वोट प्राप्त करे, हालांकि बहुमत पाकिस्तान के साथ नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र के मानव अधिकार परिषद (UNHRC) के 5 संगठन और उनके सदस्य देश कश्मीर के मुद्दे पर पहले ही भारत को समर्थन दे चुके हैं, अधिकतर यूरोपीय देशों ने भी कश्मीर के मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है। इसके अलावा भारत को ब्राजील सहित कुछ दक्षिण अमेरिकी देशों का समर्थन भी मिल सकता है।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में मानव अधिकारों के उलंघन का पर झूठ बोलकर अपनी बात रख सकता है। हालांकि बदले में भारत भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर, बलूचिस्तान और सिंध में मानव अधिकारों के हो रहे उलंघन पर पाकिस्तान को आईना दिखाने की कोशिश करेगा।