नयी दिल्ली: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने शनिवार को दो आतंकवादियों के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके आकाओं ने उन्हें कहा था कि अगर उन्होंने अपना काम ठीक से पूरा नहीं किया तो उन्हें चूड़ियां भेजी जाएंगी। इसके साथ ही डोभाल ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर में घुसपैठ के लिए करीब 230 आतंकवादियों को तैयार कर रखा है और उनमें से कुछ अशांति फैलाने के आदेश के साथ सीमा पार भी कर चुके हैं।
डोभाल ने यहां कुछ चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीमा के 20 किलोमीटर इलाके के दायरे में पाकिस्तानी संचार टावर हैं जहां से वे आतंकवादियों को संदेश भेज रहे हैं। सुरक्षा सलाहकार ने कहा, ‘‘हमने उनके संदेश सुने जिसमें उन्होंने अपने लोगों से कहा ‘सेव के इतने ट्रक कैसे चल रहे हैं। क्या तुम उन्हें नहीं रोक सकते? क्या हम तुम्हें बंदूकों के बजाए चूड़ियां भेजें’।’’ उन्होंने कहा कि सेव के करीब 750 ट्रक हर दिन घाटी से देश के दूसरे हिस्सों में जाते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तानी उच्चारण में पंजाबी भाषा बोल रहे थे और वे फरार हैं। इसके बाद दो आतंकवादी सोपोर में एक फल बाजार में गए और इलाके के प्रमुख फल व्यवसायी हमीदुल्ला राठेर का पता लगाकर सोपोर से पांच किलोमीटर दूर डांगरपुरा स्थित उनके घर पहुंचे। बहरहाल, राठेर घर पर नहीं थे क्योंकि नमाज पढ़ने के लिए वह घर से बाहर गए थे। इसलिए आतंकवादियों ने शुक्रवार को उनके परिवार पर पिस्तौल से हमला किया जिसमें उनका 25 वर्षीय बेटा मोहम्मद इरशाद और इरशाद की ढाई वर्ष की बेटी असमा जान घायल हो गयी। डोभाल ने कहा कि असमा की हालत गंभीर है और एम्स में इलाज के लिए उसे नयी दिल्ली भेजा गया है। उन्होंने कहा कि करीब 230 आतंकवादी आए हैं और कुछ को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘सड़कों पर अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान के पास मौजूद यह एकमात्र हथियार है।’’
डोभाल ने कहा कि हमारे सुरक्षा बल पाकिस्तानी ‘‘कुचक्रों’’ से कश्मीरियों की जिंदगी बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान के पास एकमात्र हथियार आतंकवाद है।’’ अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद पांच अगस्त से कश्मीर में काफी पाबंदियां लगी हुई हैं। इन पाबंदियों में टेलीफोन या इंटरनेट सेवा का बंद होना भी शामिल है।