नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद जैसे ही जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली, उसके बाद साफ हो गया कि हमले में सीधे-सीधे पाकिस्तान और वहां बैठे आतंकियों का हाथ है। पाकिस्तान है कि मानने को तैयार ही नहीं कि हमले में किसी तरह वो शामिल है लेकिन पाकिस्तान के ही मीडिया ने इमरान सरकार की पोल खोल दी और बता दिया कि कैसे मसूद और हाफिज जैसे आतंकियों के साथ पाकिस्तान सरकार और उसकी आर्मी मिली हुई है।
हमले के बाद पाकिस्तान के एक टीवी चैनल ने ही अपनी सरकार और आर्मी के झूठ को बेपर्दा कर दिया। एक पाकिस्तानी चैनल में चर्चा के दौरान एक पाकिस्तानी अधिकारी ने दावा किया कि पुलवामा में फिदायीन हमले के पीछे पाकिस्तान के रिटायर्ड ले. जनरल अमजद शोएब का हाथ है। इतना ही नहीं पाकिस्तानी चैनल पर जनरल का एक पुराना बयान भी दिखाया गया जिसमें वो साफ कह रहा था कि आनेवाले वक्त में कश्मीर में फिदायीन हमले होंगे।
पाकिस्तान की मीडिया में ये भी कहा गया कि पाकिस्तान की आर्मी वहां के नौजवानों को जेहादी बना रही है और उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर आतंकी संगठनों को सौंप देती है। और तो और पाकिस्तान के इसी चैनल में ये भी साफ-साफ कहा गया कि हाफिज़ और मसूद जैसे आतंकी तो वहां की आर्मी का हिस्सा है जो आर्मी की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं।
जाहिर है, ये तो साफ है कि पाकिस्तान का रिटायर्ड सैन्य अफसर शोएब कश्मीर में फिदायीन हमलों की साजिश तीन महीने पहले से कर रहा था। ये भी साफ है कि ये पहला मौका है जब कश्मीर में इस तरह का फिदायीन अटैक हुआ है और वो भी ठीक उसी तरह जैसा कि तीन महीने पहले पाकिस्तानी आर्मी के अफसर ने कही थी। ऐसे में पुलवामा अटैक में किसका हाथ है ये बताने की जरूरत नहीं हैं।