नयी दिल्ली। रेलवे ने पिछले 24 घंटे में विभिन्न राज्यों में 10 कंटेनरों के जरिए करीब 150 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति की है। रेलवे ने शनिवार को यह जानकारी दी। ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ रेलगाड़ियां शनिवार को महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश में आपूर्ति के लिए तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर क्रमश: नासिक और लखनऊ पहुंचीं। उसने बताया कि इन क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए रास्ते में नागपुर और वाराणसी में कुछ कंटेनर रखे गए।
रेलवे ने बताया कि लखनऊ से शनिवार सुबह तीसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने अपनी यात्रा शुरू की। आंध्र प्रदेश और दिल्ली इस प्रकार की और ट्रेन चलाने के लिए रेलवे से विचार-विमर्श कर रहे हैं। ऑक्सीजन एक्सप्रेस सेवा 21 अप्रैल से शुरू की गई थी।
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रेलवे ने एक बयान में कहा, ‘‘इस समय विशाखापट्टनम और बोकारो में एलएमओ से भरे टैंकर भारतीय रेल की रो-रो सेवा के जरिए पहुंचाए जा रहे हैं।’’ उसने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए ट्रेनों के आवागमन के लिए लखनऊ से वाराणसी के बीच हरित गलियारा बनाया गया है। ट्रेन के जरिए 62.35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 270 किलोमीटर की दूरी चार घंटे 20 मिनट में तय की गई। पिछले 24 घंटे में करीब 150 टन ऑक्सीजन के साथ कुल 10 कंटेनर ले जाए गए।’’ कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन की गंभीर कमी के मद्देनजर भारतीय रेल तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन एवं ऑक्सीजन सिलेंडरों को लाने-ले जाने के लिए आगामी कुछ दिन ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन संचालित करना जारी रखेगी।
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जर्मनी की लिंडे, टाटा समूह ने भारत के लिए 24 ऑक्सीजन परिवहन टैंक हासिल किए
जर्मनी की कंपनी लिंडे समूह की भारतीय इकाई ने एक बयान में कहा कि उसने और टाटा समूह ने भारत में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में योगदान करने के लिए 24 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंक हासिल किए हैं। बयान में कहा गया, ‘‘इस राष्ट्रीय जरूरत में योगदान करने के लिए लिंडे इंडिया ने टाटा समूह और भारत सरकार के साथ हाथ मिलाया है, ताकि देश भर में तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की उपलब्धता बढ़ाने के उपाय किए जा सकें।’’
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मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए लिंडे इंडिया ने टाटा समूह के साथ साझेदारी में अंतरराष्ट्रीय सूत्रों से 24 क्रायोजेनिक टैंक हासिल किए हैं, ताकि मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन सुनिश्चित किया जा सके। बयान के मुताबिक, ‘‘ये कंटेनर वायुमार्ग से भारत के पूर्वी हिस्से में पहुंचे हैं, जहां से लिंडे उन्हें अपने एलएमओ संयंत्र तक ले जाएगा। लिंडे के संयंत्र में ये क्रायोजेनिक आईएसओ कंटेनर एलएमओ के उपयोग के लिए तैयार और प्रमाणित किए जाएंगे।’’
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प्रत्येक कंटेनर की क्षमता 20 टन तरल आक्सीजन की है।इनका इस्तेमाल आक्सीजन इकाइयों से तरल आक्सीजन भरा कर अस्पतालों तक पहुंचाने में किया जाएगा। कंपनी का कहना है कि वह वर्तमान महामारी के शुरू होने के समय से ही उद्यमों के साथ साझेदारी कर चिकित्सकीय आक्सीजन की आपूर्ति तेज करने के नए नए उपाय करने में लगी है।
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