भुवनेश्वर। कोरोना की वैक्सीन को लेकर राहत देने वाली खबर है, ऑक्सफोर्ड की वह कोरोना वैक्सीन जो हाल के दिनों में सबसे ज्यादा चर्चा में है, उसका टीका अगले 3-4 महीने में उपलब्ध हो सकता है। ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर इस वैक्सीन पर काम कर रही बायोफार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका का भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के साथ कोरोना वैक्सीन प्रोडक्शन को लेकर करार है और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया को उम्मीद है कि वह इस साल अक्टूर-नवंबर तक कोविड-19 का टीका (वैक्सीन) बना लेगी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदर पूनावाला ने बुधवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बैठक में यह जानकारी दी।
सीरम इंस्टिट्यूट मात्रा के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी टीका विनिर्माता कंपनी है। सीरम इंस्टिट्यूट ने बायोफार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ प्रयोग के आधार पर कोविड-19 वैक्सीन ‘कैंडिडेट’ के उत्पादन के लिए भागीदारी की है। वैक्सीन का ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने किया है। इसके अलावा कंपनी को भारतीय औषध महानिदेशक (डीसीजीआई) से अपनी खुद की न्यूमोकोकल वैक्सीन के विकास की अनुमति मिली है।
पटनायक के साथ बैठक में पूनावाला ने उम्मीद जताई कि कोविड-19 का टीका अक्टूबर-नवंबर तक तैयार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में अगले चरण का परीक्षण अगस्त के मध्य में शुरू हो सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पूनावाला ने बताया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के टीके ने पहले चरण के परीक्षण में उत्साहवर्धक नतीजे दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी वीडिया क्लिप में पूनावाला ने कहा, ‘‘भारत में अगले चरण का परीक्षण अगस्त के मध्य में शुरू होगा और टीका अक्टूबर-नवंबर तक तैयार हो जाएगा।’’ पूनावाला ने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया तथा राज्य सरकार एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगी और जब यह टीका तैयारी हो जाएगा तो अपने सहयोग को आगे बढ़ाएंगी। मुख्यमंत्री पटनायक ने कंपनी की ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ भागीदारी को लेकर खुशी जताई। उन्होंने पहले चरण के परीक्षण के उत्साहवर्धक नतीजों के लिए कंपनी को बधाई दी।
(इनपुट-भाषा)