पुणे (महाराष्ट्र): ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजनेका द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए भारतीय सीरम संस्थान (SII) पूरी तरह से तैयार हो गया है। यह ट्रायल अगले हफ्ते से शुरू हो रहा है। वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पुणे के ससून अस्पताल में होगा। सरकार संचालित ससून अस्पताल के डीन डॉक्टर मुरलीधर तांबे ने इसकी जानकारी दी है।
अगले हफ्ते से शुरू होगा थर्ड फेज ट्रायल
डॉक्टर मुरलीधर तांबे ने कहा, "अगले सप्ताह ''कोविशील्ड (ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजनेका द्वारा विकसित टीके का नाम)'' टीके के तीसरे चरण का परीक्षण ससून अस्पताल में शुरू होगा। इसके सोमवार से शुरू होने की संभावना है। तीसरे चरण के ट्रायल में लगभग 150 से 200 लोगों को यह टीका लगाया जाएगा। इसके लिए पहले ही कुछ स्वयंसेवक आगे आ चुके हैं।''
10 सितंबर को रोका गया था ट्रायल
SII ने 10 सिंतबर को ट्रायल रोकने की जानकारी दी थी। SII ने कहा था कि वह कोविड- 19 के संभावित टीके के चिकित्सकीय परीक्षण को रोक रही हे। सीरम ने इस टीके की एक अरब खुराक बनाने का समझौता किया हुआ है। सीरम इंस्टीट्यूट ने जारी एक बयान में कहा था, "हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और भारत परीक्षण को फिलहाल स्थगित कर रहे हैं।"
15 सितंबर को मिली परीक्षण दोबारा शुरू करने की अनुमति
भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीरम इंस्टीट्यूट को ऑक्सफोर्ड की कोराना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल को दोबारा शुरू करने के लिए 15 सितंबर को अनुमति दे दी। इसके बाद अब एक बार फिर से सीरम इंस्टीट्यूट इस ट्रायल को दोबारा शुरू करने के लिए तैयार है। यह ससून अस्पताल में सोमवार से शुरू हो सकता है।
टीका तैयार करने में जुटी हैं सात भारतीय दवा कंपनियां
कम से कम सात भारतीय दवा कंपनियां कोरोना वायरस संक्रमण का टीका तैयार करने में जुटी हैं। भारत बायोटेक, सीरम इंस्टिट्यूट, जायडस कैडिला, पैनेशिया बायोटेक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकस, मायनवैक्स और बायोलॉजिकल ई कोविड-19 का टीका तैयार करने का प्रयास कर रही है।