श्रीनगर : पुलिस व अन्य अधिकारियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कश्मीर में 1,058 मोबाइल ट्रांसमिशन टावरों में से 600 से अधिक टावरों को फिर से शुरू कर दिया है जबकि केंद्र ने आज हालात का जायजा लेने के एक दल भेजा।
उल्लेखनीय है कि आतंकी हमलों व धमकियों के मद्देनजर ये टावर बंद कर दिए गए थे। उच्च पदस्थ पुलिस सूत्रों ने बताया कि कश्मीर घाटी में स्थापित 1903 टावरों में से सैकड़ों टावर बंद कर दिए गए थे। इन टावरों पर हमले तथा आतंकवादियों द्वारा टावर वाली जमीन के मालिकों को धमकाने की घटनाओं के बाद ऐसा हुआ।
सूत्रों ने कहा कि पुलिस व दूरसंचार कंपनियों के प्रतिनिधियों ने 609 मोबाइल ट्रांसमिशन टावरों को थोड़े समय में ही फिर से चालू कर दिया है। अन्य प्रभावित टावरों को भी बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में दूरसंचार टावरों पर हमलों के बाद पैदा हुए हालात की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भेजी है।
अधिकारियों ने बताया कि टीम की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र यह फैसला करेगा कि हालात में सुधार के लिए उसकी ओर से दखल की जरूरत है या नहीं।
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (कश्मीर) रजित पुनहानी के नेतृत्व में यह टीम घाटी में आतंकवादियों की ओर से मोबाइल फोन टावरों को निरंतर निशाना बनाए जाने के बाद पैदा हुए सुरक्षा हालात की समीक्षा करेगी।
सूत्रों ने कहा कि यह टीम मौके पर पहुंचकर हालात का आकलन करेगी और फिर अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपेगी। गृह मंत्रालय ने कल जम्मू-कश्मीर सरकार से कहा था कि वह मोबाइल टावरों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए कार्य योजना बनाए।