सिंघु बॉर्डर। गणतंत्र दिवस पर किसानों की तरफ से ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया गया था, हालांकि उस दिन दिल्ली में काफी हिंसा देखी गई। रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस वार्ता हुई, जिसमें उनकी तरफ से दावा किया गया है कि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद से 100 से अधिक व्यक्तियों के लापता होने की सूचना मिली है, इस पर संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से गहरी चिंता जताई गई है।
अब ऐसे लापता व्यक्तियों के बारे में जानकारी संकलित करने की कोशिश की जा रही है, जिसके बाद अधिकारियों के साथ औपचारिक कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत एक कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें प्रेम सिंह भंगू, राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, अवतार सिंह, किरणजीत सिंह सेखों व बलजीत सिंह शामिल हैं।
लापता व्यक्तियों के बारे में जानकारी के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने एक नंबर भी जारी किया है, जिसमें उस लापता व्यक्ति का पूरा नाम, पूरा पता, फोन नंबर और घर का कोई अन्य संपर्क नंबर और कब से गायब है, यह पता चल सकता है। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आगे कहा गया, "हम मनदीप पुनिया और अन्य पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा करते हैं।"
सयुंक्त किसान मोर्चा ने विभिन्न विरोध स्थलों की इंटरनेट सेवाएं बंद किए जाने और किसानों पर हमले की भी निंदा की। मोर्चा की तरफ से कहा गया, "सरकार नहीं चाहती कि वास्तविक तथ्य किसानों और सामान्य जनता तक पहुंचे, न ही उनका शांतिपूर्ण आचरण की बात दुनिया तक पहुंचे। सरकार किसानों के चारों ओर अपना झूठ फैलाना चाहती है।"
मोर्चा के नेताओं ने सिंघु बॉर्डर व अन्य धरना स्थलों तक पहुंचने से आम लोगों और मीडियाकर्मियों को रोकने के लिए लंबी दूरी से विरोध स्थलों की घेराबंदी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "पुलिस और सरकार द्वारा हिंसा के कई प्रयासों के बावजूद, किसान अभी भी तीन कृषि कानूनों और एमएसपी पर बहस कर रहे हैं। हम सभी जागरूक नागरिकों को स्पष्ट करना चाहते हैं कि दिल्ली मोर्चा सुरक्षित और शांतिपूर्ण है।"